प्रदेश में मौसम बदलने के साथ-साथ कुदरत का कहर किसानों को झेलना पड़ रहा है। पहाड़ों में इन दिनों हो रही दोपहर बाद भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की गेहूँ, जौ, मटर के साथ ही साग-सब्जी बड़े पैमाने पर बर्बाद हो गए हैं। खासतौर पर ऊँचाई वाले इलाकों में अत्याधिक ओलावृष्ठि ने किसानों की पकी फसल को चौपट कर दिया है। केदारघाटी, कालीमठ घाटी, जखोली, बचणस्यूं, तल्लानागपुर क्षेत्र के दर्जनों गाँव ओलावृष्टि से त्रस्त हैं। किसानों का कहना है कि वर्ष भर हाड़तोड़ मेहनत करने के बाद कभी जंगली जानवर फसलों को तबाह कर देते हैं तो कभी मौसम की बेरूखी किसानों की कमर तोड़ देती है। वहीं किसानों ने सरकार से नुकसान के मुआवजे की मांग की है।
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रुद्रप्रयाग/कुलदीप राणा