एम्स ऋषिकेश में शुरू किया गया भारतीय पेलिएटिव केयर सोसायटी द्वारा संचालित द्वितीय सर्टिफिकेट कोर्स

January 29, 2019 | samvaad365

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में भारतीय पेलिएटिव केयर सोसायटी द्वारा संचालित द्वितीय सर्टिफिकेट कोर्स विधिवत शुरू हो गया, जिसमें चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ को पेलिएटिव केयर का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्तराखंड के सभी जिला अस्पतालों से 27 डॉक्टर व स्टाफ नर्स प्रतिभाग कर रहे हैं।

सोमवार को एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर निदेशक एम्स ने कहा कि कैंसर एवं अन्य लाइलाज बीमारियों के लिए पेलिएटिव केयर एक वरदान है। निदेशक पद्मश्री प्रो.रवि कांत ने बताया कि जब कैंसर और अन्य लाइलाज बीमारियों के मरीजों पर दवाओं का बहुत अधिक प्रभाव नहीं रह जाता, तब उन्हें पेलिएटिव केयर की नितांत आवश्यकता होती है। उन्होंने बताया कि पेलिएटिव केयर का मुख्य उद्देश्य ऐसे मरीजों की शारीरिक एवं मानसिक स्थिति को बेहतर बनाए रखना है। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि इसी के तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा पेलिएटिव केयर को बढ़ावा देने के लिए नेशनल हेल्थ प्रोग्राम संचालित किया जा रहा है। जिसके तहत प्रत्येक राज्य के जिला अस्पतालों के चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ को पेलिएटिव केयर का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

निदेशक एम्स ने बताया कि पेलिएटिव केयर की सुविधा प्रदान करने के लिए संस्थान उत्तराखंड में नोडल सेंटर के तौर पर कार्य करेगा और राज्य के हर हिस्से से आने वाले कैंसर एवं अन्य गंभीर बीमारियों के मरीजों को पेलिएटिव केयर की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि संस्थान में मंगलवार व शुक्रवार  को पेलिएटिव केयर की ओपीडी संचालित की जा रही है। एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत ने बताया कि जिस तरह से वर्तमान समय में लाइलाज बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ रही है ऐसे में पेलिएटिव केयर प्रशिक्षित चिकित्सक व नर्सेस की नितांत आवश्यकता है। इस मौके पर एम्स दिल्ली की प्रो.सुषमा भटनागर ने बतौर नेशनल फेकल्टी पहले दिन चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि पेन व पेलिएटिव केयर में मार्फिन दवा संबंधित मरीज के लिए रामवाण का काम करती है।उन्होंने इस दवा की खरीद, रखरखाव व वितरण की विस्तृत जानकारी दी।संस्थान की डीन व कोर्स की को-ऑर्डिनेटर प्रो.सुरेखा किशोर ने पेलिएटिव केयर सर्टिफिकेट कोर्स के महत्व पर चर्चा की, बताया कि संस्थान में इस कोर्स का संचालन नियमित तौर पर किया जाएगा।जिससे राज्य के सभी डॉक्टर व नर्स मरीजों को पेलिएटिव केयर के लिए दक्ष हो सकें। इस अवसर पर एनएचएम के असिस्टेंट डायरेक्टर डा.फरीदू जफर,संस्थान के सब डीन डा.कुमार सतीश रवि, डा.प्रदीप अग्रवाल, डा.महेंद्र सिंह, डा.योगेश, डा.अमित गुप्ता, गंगा प्रेम हास्पिस की डा.ब्रेंडा आदि मौजूद थे।

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ऋषिकेश/हेमवती नन्दन भट्ट (हेमू)

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