स्पेशलः जानिए रिकाॅर्डतोड़ केदारनाथ यात्रा से किसको कितना हुआ मुनाफा

November 2, 2019 | samvaad365

समुद्रतल से साढे ग्यारह हजार फीट की ऊंचाई पर स्थिति मध्य हिमालय में बसे शिव के ग्यारवे ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ की यात्रा ने इस वर्ष कई नये आयाम स्थापित किए हैं. 2013 की आपदा के बाद बाद पहले हरीश रावत सरकार और फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ने रोखड़ में तब्दील हुई केदारपुरी को ऐसा सँवारा की साल-दर-साल केदारदानाथ यात्रा अपने पुराने स्वरूप में लौटने लगी. पीएम के दौरे से भी देश दुनिया में एक अलग संदेश गया. यही कारण है कि इस वर्ष की यात्रा ने पुराने सभी रिकार्ड ध्वस्त करते हुए नया आयाम स्थापित किया है.

 10 लाख 21 तीर्थयात्री केदारनाथ आए
340 विदेशी यात्री भी केदारनाथ आए
2018 में यह आंकड़ा 7 लाख 32 हजार 241 था  

यात्रा का दायरा बढ़ने से लोगों के रोजगार में भी इजाफा हुआ. 2013 में लोगों के रोजगार के साधन भी खत्म हो गए थे. लेकिन साल 2016 आते-आते केदारनाथ की यात्रा ने रफ्तार पकड़ी.

इस बार घोड़ा खच्चर संचालकों का 55 करोड़ का कारोबार
जिसमें जिला प्रशासन को 5 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ
डंडी-कंडी और पालकी से हुई 20 लाख से अधिक की कमाई
9 हैली कंपनियों ने किया 76 करोड़ का व्यवसाय
बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति को हुआ 19 करोड़ का करोबार
गढ़वाल मंडल विकास निगम ने की 7 करोड़ की आय अर्जित
एक हजार से अधिक होटल, लाॅज का 125 करोड़ का कारोबार
ढाबा और छोटे दुकानदारों को 4 लाख से 25 लाख तक आय
सोनप्रयाग स्थिति पहाड़ी किचन ने यात्राकाल में एक करोड़ की आय अर्जित की
पहाड़ी उत्पादों के 10 स्टाॅलों से महिला स्वयं सहायता समूहों ने 20 लाख रूपये की आय प्राप्त की
ध्यान गुफा से 1 लाख 58 हजार 460 रूपये की हुई कमाई
10 हिलांस भोजनालयों से 46 लाख 70 हजार 658 का टर्नओवर
पहली बार लगे एटीएम से 54 लाख 39 हजार 900 रूपये का हुआ ट्राॅजेक्शन

यानी कि ये कहा जा सकता है कि जो यात्रा 2013 के दौरान खत्म हो चुकी थी वो अब पटरी पर दोगुनी गति से दौड़ रही है. लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि फिर से हिमालयी क्षेत्र में ज्यादा आवागम कहीं खतरा न बन जाए.

(संवाद 365/ कुलदीप राणा )

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