दुश्मनों से लोहा लेते हुए देवभूमि का एक और लाल हुआ शहीद, आज लेगा अंतिम विदाई

January 3, 2019 | samvaad365

नागालैंड में आतंकियों से मुठभेड़ में ऊधमसिंह नगर में थाना दिनेशपुर के गांव उदयनगर निवासी असम राइफल्स के जवान गोपाल सिंह मेहरा शहीद हो गए। उनका पार्थिव शरीर आज शाम तक पैतृक गांव पहुंचेगा। वहीं उनका अंतिम संस्कार होगा।

गोपाल की शहादत की खबर सुनकर गंगोलीहाट में शोक की लहर है। गंगोलीहाट के दशाईथल जजौली निवासी गोपाल सिंह माहरा 24 असम राइफल में तैनात थे। बुधवार सुबह नगालैंड में आतंकी हमले में वह शहीद हो गए। दशाईथल इंटर कॉलेज से हाईस्कूल करने के बाद गोपाल सिंह 1987 में असम राइफल्स में भर्ती हो गए थे।

मूल रूप से गंगोलीहाट (पिथौरागढ़) में रहने वाले शहीद गोपाल सिंह माहरा सैन्य पृष्ठभूमि वाले परिवार से हैं। चार भाइयों में दूसरे नंबर के गोपाल सिंह के बड़े भाई निर्मल माहरा असम राइफल में सूबेदार के पद पर तैनात हैं। तीसरे नंबर के भाई ठाकुर सिंह सेना में पुंछ में तैनात हैं। सबसे छोटे भाई रिपुसूदन माहरा दशाईथल में दुकान चलाते हैं। गोपाल सिंह के पिताजी स्व.त्रिलोक सिंह भी असम राइफल्स में तैनात थे। सेना में उनकी बहादुरी के लिए वीरता पुरस्कार दिया गया था। पांच वर्ष पहले उनका निधन हो गया था।

सूचना पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने भी शहीद के घर जाकर शोक संवेदना जताई और परिजनों को ढाढ़स बंधाया। परिजन गंगोलीहाट स्थित अपने पैतृक गांव रवाना हो गए।

गोपाल सिंह के बड़े भाई निर्मल सिंह भी असम राइफल्स (नगालैंड) में ही तैनात हैं। उन्होंने ही सुबह परिजनों को फोन कर गोपाल सिंह की शहादत कि सूचना दी। गोपाल सिंह का परिवार पांच साल पहले दिनेशपुर के उदयनगर गांव स्थित दुर्गा स्टेट कॉलोनी में आकर रहने लगा था।

गोपाल सिंह के घर में उनकी पत्नी बसंती, 17 वर्षीय पुत्र सौरभ और 14 वर्षीय पुत्री हिमानी है। सौरभ दिनेशपुर में पॉलिटेक्निक कालेज का छात्र है, जबकि हिमानी सरस्वती शिशु मंदिर कालीनगर में कक्षा नौ में पढ़ती है। परिजनों ने बताया कि एक साल बाद गोपाल सिंह सेवानिवृत्त होने वाले थे।

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देहरादून/संध्या सेमवाल

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