भगवान केदारनाथ मंदिर से छेड़छाड़, तीर्थपुरोहितों, स्थानीय हकहकूक धारियों ने जताया विरोध

September 16, 2022 | samvaad365

करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का प्रतीक भगवान केदारनाथ मंदिर से छेड़छाड़ की जा रही है। ग्यारह हजार फीट की ऊँचाई पर मध्य हिमालय में बसे बाबा केदारनाथ के हजारों साल पुराने ऐतिहासिक और पौराणिक मंदिर को आधुनिक ड्रिल मशीनों से छलनी किया जा रहा है। यहाँ महाराष्ट्र के एक भक्त ने 100 करोड़ का सोना केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दिवारों पर लगाने के लिए दिया तो फिर मंदिर समिति और जिला प्रशासन द्वारा बिना तीर्थपुरोहितों, स्थानीय हकहकूक धारियों को विश्वास में लिए बिना मंदिर पर सोना लगाने के लिए मंदिर से छेड़छाड़ करने लगे। सोशल मीडिया में जैसे हि यह वीडियों वायरल हुआ तो फिर लोगों ने भी मंदिर से छेड़छाड़ करने का विरोध किया है.

दूसरी तरफ मंदिर से समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय का कहना है कि मंदिरों का इतिहास रहा है कि हर मंदिरों में सोना-चांदी दान होता है और वह मंदिरों की शोभा भी होता हैं। केदारनाथ मंदिर मंदिर से किसी भी तरह से छेड़छाड़ नहीं किया जा रहा है। संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग, सरकार और जिला प्रशासन से अनुमिति लेकर ही यह कार्य किया जा रहा है.

भले ही मंदिरों में सोना चांदी चढ़ाने की परम्परायें रहीं हो, लेकिन हिमालय में स्थिति बाबा केदारनाथ मंदिर से ड्रिल मशीनों से छेड़छाड़ करना क्या उसकी पौराणिकता के साथ उसके अस्तित्व के साथ क्या छेड़छाड़ नहीं किया जा रहा है? बाबा केदारनाथ मंदिर के साथ इस तरह की छेड़खानी करना ना केवल वहां की परम्पराओं से छेड़छाड़ है बल्कि करोड़ों हिन्दुओं की आस्था और विश्वास के साथ भी छेड़छाड़ है। बहरहाल तीर्थपुरोहितों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है और जिस तेजी के साथ यह मामला उछल रहा है उससे आने वाले दिनों यह और भी विवादित होने की अशंका नजर आ रही है।

(संवाद 365, कुलदीप राणा आजाद)

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