टिहरी: झील किनारे आर्टिफिशियल रॉक क्लाईबिंग वॉल बनी, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

November 19, 2020 | samvaad365

टिहरी- स्वदेश दर्शन योजना के तहत टिहरी झील किनारे साहसिक खेल अकादमी में आर्टिफिशियल वॉल (पैनल से बनी कृत्रिम दीवार) बनकर तैयार हो गए है. वॉल बनने से साहसिक खेलों के तहत यहां पर रॉक क्लाईबिंग के प्रशिक्षण और प्रतियोगिताएं आसानी से कराई जा सकेंगी. भविष्य में टिहरी झील में एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए अकादमी मील का पत्थर साबित हो सकती है. सरकार ने अकादमी के संचालिन की जिम्मेदारी आईटीबीपी को सौंपी है.

टिहरी झील साहसिक खेलों के लिए सबसे मुफीद गंतव्य बनकर उभर रहा है। वॉटर स्पोर्टस के अलावा रॉक क्लाईबिंग, हॉट एअर बलून, पैरा ग्लाइडिंग की टिहरी झील परिक्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। इसी को देखते हुए सरकार ने कोटी कॉलोनी में एरो, वॉटर और लैंड एडवेंचर के लिए साहसिक खेल एकेडमी खोली गई है जल्द ही अकादमी का संचालन आईटीबीपी शुरू करेगा.

वहीं साहसिक खेल विभाग भी अकादमी में समय-समय पर प्रशिक्षण करवाता है। जिला साहसिक खेल अधिकारी एसएस राणा ने बताया कि कोटी कॉलोनी में आर्टिफिशियल वॉल बनकर तैयार हो गई इसका उपयोग रॉक क्लाइम्बिंग के लिए किया जाएगा। वॉल पर अलग-अलग प्रकार के फेज बनाकर कर 45 डिग्री, 60 डिग्री, 90 डिग्री और 120 डिग्री के एंगल में होल्डस को फिक्स किया जाता है। जिस पर ट्रेंनिंग के सात-सात प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। उनहोंने बताया कि भारत मे ही नहीं बल्कि विदेशो में आर्टिफिशियल क्लाइम्बिंग वॉल की प्रतियोगिता की जाती है।

आर्टिफिशियल क्लाइम्बिंग वॉल  की ऊंचाई 60 फीट है और जल्द ही स्थानीय युवाओं को यहां पर ट्रेनिंग भी दी जाएगी। साथ ही टिहरी में एक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा

(संवाद 365/बलवंत सिंह)

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