बेंगलुरु की कंपनी का यह बड़ा ऑर्डर बदल सकता है सूबे में किसानों की किस्मत..

April 7, 2019 | samvaad365

उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में उपेक्षा के शिकार रीठा उत्पादकों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल पिथौरागढ़ के पर्वतीय इलाकों में रीठे का बहुतायत में उत्पादन किया जाता है। बावजूद इसके यहां के किसानों को इनकी एवज में जो दाम दिया जाता था उससे किसान ठगा सा महसूस करते थे। लेकिन उम्मीद है कि अब जल्द ही रीठा उत्पादन करने वाले किसानों के दिन फिर सकते हैं। दरअसल बंगलुरु की एक कॉस्मेटिक कंपनी ने पिथौरागढ़ जिले को 15 टन रीठे का ऑर्डर दिया है। और कंपनी रीठा उत्पादकों से 30 रूपये प्रति किलो की दर से यह रीठा खरीदेगी। बता दें कि पिथौरागढ़ में चल रही आजीविका सुधार परियोजना के तहत जिले के रीठे के सैंपल बंगलुरु की कंपनी ऑर्गेनिक सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड को भेजे गए थे। कॉस्मेटिक कम्पनी के अनुसार पिथौरागढ़ का रीठा उत्तम क्वालिटी का है। जिसके बाद कंपनी की ओर से जिले को 15 टन रीठे की डिमांड आई है।

अब परियोजना के तहत रीठा कलेक्शन का काम शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि अप्रैल माह के अंत तक मांग के अनुसार रीठा इकट्ठा कर बंगलुरु भेजने का काम शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि जिले के सीमांत इलाके की गर्म घाटी वाले क्षेत्र थल-मुवानी, गर्खा के नदी तट वाले इलाके, रामगंगा घाटी, पंचेश्वर घाटी में रीठा का उत्पादन किया जाता है। रीठा उत्पादकों को अब तक रीठे का दाम महज़ आठ से दस रूपये प्रति किलो की दर से मिल रहा था। लिहाज़ा बंगलुरु की कंपनी से मिलने वाली इस डिमांड के बाद उत्पादकों में खुशी की लहर देखी जा सकती है। यह ऑर्डर मिलने के बाद किसानों में उम्मीद की एक नई किरण जरूर जगी है। माना जा रहा है कि भविष्य में भी इस तरह की मांग कम्पनियों की ओर से मिलती रही तो क्षेत्र के किसानों की माली हालत में भी सुधार की संभव है।

संवाद365 / पुष्पा पुण्डीर

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