बागेश्वर जिला पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान रखता है… हर साल यहां पर हजारों लोग पहुंचते हैं… लेकिन सरकार की उपेक्षा का दंश यहां के कई पर्यटन स्थल झेल रहे हैं…. ज़िले में आजतक पर्यटन सर्किट मैप तक नहीं बन पाया है… कांडा तहसील की गुमनाम गुफा जहां पर पहाड़ी के बीचों बीच गुफ़ा से निरंतर पानी बहता रहता है. देहरादून में स्थित गुच्चू पानी की ही तर्ज पर इस जगह को भी विकसित किया जा सकता है… लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ…. चूँकि बीते एक दो साल में जिले कई तहसीलों में अदृश्य गुफाओं के खोजने के मामले सामने आए है… कई सरकारें आई गई परन्तु अब तक इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया…. अगर राज्य सरकार पर्यटन विभाग जिले में केव्स का सर्किट बनाकर विकसित करे तो जिले में पर्यटन और रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ सकती हैं….
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इस गुफा को खेजने वालों का कहना हैकि कि साल 2011 में इस जोगबाड़ी गुफा की खोज की गई थी…. तब से लेकर अब तक वो इस गुफा के संरक्षण और विकास की फाइल दौड़ा रहे हैं… हालांकि पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने इस गुफ़ा का निरीक्षण कर शासन को अपनी रिपोर्ट्स भेजी हुई है…
इस मामले पर जिलाधिकारी का कहना है…. कि पिछले सालों व और कुछ महीने पहले जिले में इस तरह की गुफाएं मिली हैं…. जिनका संज्ञान भी लिया गया है और पर्यटन विभाग के साथ ही पुरातत्व विभाग को भी निर्देश दिए गए है… इसके लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी….बागेश्वर जिले में अगर इस तरह की गुफाओं को विकसित किया जाए तो निश्चित रूप से पर्यटन की संभावनाएं यहां पर बढ़ जाएंगी और इससे रोजगार को भी बढ़ाया जा सकता है….
(बागेश्वर/ हिमांशु गढ़िया)
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