जब कोई जांचने पूछने वाला न हो तो यही होता है ….!

May 11, 2019 | samvaad365

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में सड़कों के हाल किस कदर हैं इस बात को सभी जानते हैं. जहां एक ओर लगातार कई जगहों पर सड़क भी पहुंची है तो एक सच्चाई ये भी है कि कई जगहों पर सड़क के इंतजार में कई साल बीत गए.. तो जहां पर पहुंची वहां पर सड़क पर कितना काम ईमानदारी के साथ हुआ ये बड़ा सवाल है. और ये सवाल हम क्यों पूछ रहे हैं इस बात को भी समझ लीजिए… जरा देखिए इन तस्वीरों को ये तस्वीरें पौड़ी से आई हैं. सतपुली सिसलड़ी मोटर मार्ग की ये तस्वीरें सरकार को मुंह चिढ़ा रही हैं.

दरअसल 12 किलोमीटर सड़क के पक्कीकरण की घोषण खुद प्रदेश के मुखिया ने की थी. लेकिन घोषणा पर खानापूर्ति करना तो कोई विभागों और उनके अधिकारियों से सीखे. इन तस्वीरों में साफ तौर पर नजर आ रहा है कि किस तरह से महज एक परत बजरी डालकर खानापूर्ति की जा रही है. जिस सड़क की परत 10 सेंटीमीटर भी न हो क्या वो सड़क 6 महीने भी टिक पाएगी… अगर लोगों को दिक्कत होती है तो हो … हमें क्या हमें भला यहां कौन देख रहा है…. ऐसा लगता है कि इस सड़क को बनाने वाले अपनी इसी सोच को सार्थक करने में जुटे हुए हैं… लेकिन ग्राम प्रधान क्या कह रहे हैं जरा आप ये भी सन लीजिए.

इस सड़क को बने हुए 24 साल हो गए हैं 40 किलोमीटर लंबाई वाली इस सड़क पर मात्र अभी तक एक बार ही डामरीकरण का कार्य किया गया है… जबकि ये सड़क 35 गांवों को जोड़ने वाली लाइफ लाइन है. लेकिन कुछ भी हो एक बात तो साफ है अगर आपको देखने वाला कोई नहीं है तो आप लापरवाह बने रहिए …. सरकारी विभागों का ये नारा जरूर बुलंद हो रहा है.

पौड़ी/ इंद्रजीत अस्वाल 

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