उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने छोड़ी कुर्सी ,बड़ा सवाल अब कौन पहनेगा मुख्यमंत्री का ताज ?

July 3, 2021 | samvaad365

उत्तराखंड में साल 2021 में  सियासी हलचल देखने को मिली । साल में दो बार मुख्यमंत्री बदले गए । और  उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने भी अपनी कुर्सी से त्यागपत्र दे दिया है। शुक्रवार देर रात सीएम तीरथ रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को इस्तीफा सौंप दिया और अब उत्तराखंड को नया नेतृत्व मिलने जा रहा है।

क्या रहा पूरा घटनाक्रम

मुख्यमंत्री रावत को बुधवार को अचानक दिल्ली तलब किए जाने के बाद से ही सियासी कयासबाजी जोरों पर थी। बुधवार देर रात ही उनकी मुलाकात नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से हुई थी। बृहस्पतिवार को उन्हें देहरादून लौटने से रोक दिया गया था। मसला रावत के उपचुनाव को लेकर अटका हुआ था, जिनके आयोजन में जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत विधानसभा का कार्यकाल एक साल से कम बचे होने की बाधा थी। शुक्रवार को रावत दोबारा नड्डा से मिले। इस आधे घंटे की मुलाकात में उन्हें सांविधानिक संकट का हवाला देते हुए इस्तीफा देने का निर्देश दिया गया। इसके बाद तीरथ रावत ने नड्डा को पत्र लिख कर इस्तीफे का प्रस्ताव रखा। फिर दून लौटे तीरथ सिंह रावत ने प्रेस वार्ता की, लेकिन उसमें महज अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाकर चले गए। मीडियाकर्मियों के इस्तीफे के बारे में पूछने पर उन्होंने चुप्पी साध ली। फिर रात करीब सवा ग्यारह बजे वो राजभवन पहुंचे और राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संकट को देखते हुए मुझे लगा कि मेरे लिए इस्तीफा देना सही है। मैं केंद्रीय नेतृत्व और पीएम मोदी का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे सीएम बनने का मौका दिया था।आगे पढ़ें-

सीएम बनने वाले पांचवें सांसद हैं तीरथ

आपको बता दें कि तीरथ रावत से पहले भी चार सांसद उत्तराखंड के सीएम बन चुके हैं। इनको विधानसभा सदस्य बनने के लिए बाद में उपचुनाव लड़ना पड़ा था। इस परंपरा की शुरुआत 2002 में तत्कालीन सीएम एनडी तिवारी ने की थी। वह नैनीताल से लोकसभा के सांसद थे। सीएम बनने के बाद उन्होंने रामनगर विधानसभा सीट से उपचुनाव जीता था। इसी तरह पौड़ी गढ़वाल से ही सांसद रह चुके भुवन चंद्र खंडूड़ी राज्य का सीएम बनने के बाद धूमाकोट से विधायक बने। इसके बाद टिहरी से सांसद विजय बहुगुणा जब कांग्रेस की ओर से सीएम बने तो उन्होंने सितारगंज से विधानसभा का चुनाव जीता था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत जब सीएम बने तब उन्होंने धारचूला से विधानसभा का चुनाव जीता था। उनके लिए पार्टी के ही विधायक हरीश धामी ने सीट छोड़ी थी।

यह भी पढ़ें-हरिद्वार के भाजपा विधायक सुरेश राठौर पर लगा दुष्कर्म का आरोप, पार्टी की ही महिला ने दर्ज कराया मुकदमा

आखिर किसके सर पर सजेगा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का ताज

सीएम तीरथ सिंह रावत की कुर्सी छोड़ने के बाद अब कौन होगा अगला मुख्यमंत्री ये सवाल खड़ा हो गया है । हालांकि कुछ समय में इसका खुलासा हो जाएगा । लेकिन जिन मंत्री के नाम मुख्यमंत्री की रेस में दौड़ रहे हैं उनमें कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,  राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल, पुष्कर सिंह धामी के नाम चर्चाओं में हैं।  अटकले ये भी है की सीएम पद के दावेदारों में केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को मजबूत दावेदारों के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं तीरथ से पहले सीएम रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत को दोबारा सत्ता सौंपने की भी चर्चाए तेज हैं। देखना होगा की आखिर किसके सर पर सजता है उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का ताज ?

संवाद365,डेस्क

यह भी पढ़ें-उत्तराखंड : बीते 24 घंटे में 109 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले,2 लोगों की मौत,8 लोग स्वस्थ हुए

 

63351

You may also like