वीडियो ने खोल दी सरकार की पोल, धोखे से किया गया अंकिता का अंतिम संस्कार

September 28, 2022 | samvaad365

अंकिता भंडारी हत्याकांड में सरकार और प्रशासन का झूठ किस तरह सामने आया है आप विश्वास भी नहीं करेंगे. अंकिता के पिता पर किस तरह से दबाव बनाया गया उसका सबूत ये वीडियो है. 25 तारीख को अंकिता के अंतिम संस्कार के लिए आतुर प्रशासन ने अंकिता के पिता पर इतना दबाव बना दिया की बुजुर्ग को सूर्यास्त के बाद भी अंतिम संस्कार के लिए हामी भरनी पड़ी. मां को अंतिम संस्कार की जानकारी देने के लिए जब एसडीएम अस्पताल पहुंचे तो मां चौंक गई.. मां ने एसडीएम अजयवीर सिंह पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए पूछा की आखिर बिना उनसे पूछे और बिना बेटी की शकल दिखाए सूर्यास्त के बाद अंतिम संस्कार क्यों किया गया. मां ने कहा की पिता पर दबाव डालकर बेटी का अंतिम संस्कार किया गया है और प्रशासन द्वारा उन्हें धोखे में रखा गया.

मां की बातों से साफ है की प्रशासन ने अंकिता के मां-बाप के धोखे में रखा. पिता पर उसी दिन अंतिम संस्कार कराने का जबाव डाला गया. मां की मंजूरी नहीं ली गई. बेचारी मां अस्पताल में इंतजार करती रही की एक बार उसे अपनी बेटी का चेहरा देखने को मिल जाएगा लेकिन प्रशासन और सरकार ने वो तक होने ना दिया. यहां तक की अस्पताल में अंकिता के कई रिश्तेदार भी उसे देखने का इंतजार कर रहे थे.

अंतिम संस्कार के बाद डीएम कहते दिखे की परिजनों की इच्छा अनुसार अंतिम संस्कार किया गया है लेकिन इस वीडियो के सामने आने के बाद प्रशासन के सफेद झूठ की पोल खुल गई है.
कहने को प्रशासन कह सकता है कि पिता ने सभी लोगों के सामने हामी भरी थी. लेकिन जरा सोचिए जिस पिता ने अपनी बेटी खोई हो, जो कई दिनों से सोया तक ना हो. जो कई सारे अधिकारियों से घिरा हो. मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपी तक लगातार जिससे कह रहो हों की अंतिम संस्कार के लिए मान जाइए. उस पिता पर ना जाने किस तरह का दबाव डाला गया की पिता ने बेटी के अंतिम संस्कार के लिए हामी भर दी. क्योंकि मां का साफ साफ कहना है की उनसे कहा गया था पहले उन्हें बेटी का चेहरा दिखाय़ा जाएगा.. उसके बाद उनकी सहमती से अंतिम संस्कार किया जाएगा… मां का ये वीडियो वायरल है और इस मामले में सरकार का एक और असंवेदनशील रवैया सामने आया है.

(संवाद 365, भागवान सिंह)

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