टिहरी लोकसभा सीट पर राजशाही का तिलिस्म नहीं टूट पा रहा है। उम्मीदवारी को लेकर सबसे अधिक शंकाओं में घिरी इस सीट पर भाजपा ने राजशाही परिवार में भरोसा जताया और माला राज्यलक्ष्मी शाह को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया।
उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने से बेशक पार्टी के भीतर एक वर्ग अचंभे में हो सकता है, लेकिन चुनावी गणित के चश्मे से केंद्रीय नेतृत्व को राजशाही परिवार की प्रतिनिधि को प्रत्याशी बनाना सबसे बेहतर विकल्प लगा। शाही परिवार से होने की वजह से माला राज्यलक्ष्मी शाह का अंदाज बाकी लोकसभा सांसदों की तुलना में जुदा रहा है।