जर्जर पुल की स्थिति पर स्थानीय लोगों की चिंता, 6 सालों से नहीं हुई पुल की मरम्मत

August 4, 2023 | samvaad365

सरकारों का आना और जाना उसी तूफान की तरह है जिसके आने का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है सरकार अपने कार्यकाल को पूरा तो करती है मनर जन समस्याओं का समाधान नहीं करती है। मानसून की शुरुआत के साथ ही सरकार के कार्यों की पोल खोलनी शुरू हो जाती है। पिछले कुछ समय से हम प्रदेश में देख पा रहे हैं कि पुलों की मरम्मत न होने के कारण 2 साल पुराना पुल हो या फिर 13 साल पुराना पुल एक-एक कर टूटते हुए नजर आ रहा है और कही लोग सालों से पुल की मरम्मत ना होने के कारण परेसान हो रहे है।

कुछ समय पहले मोटाढाक में मालन नदी पर बना डबल लेन मोटर पुल बाढ़ और भू-कटाव की चपेट में आने से टूट गया था। जिस का निर्माण सन 2010 में हुआ था। वही अब पौड़ी के कालेश्वर मोटर मार्ग पर ल्वाली बाजार के समीप पुल की जर्जर स्थिति पर स्थानीय लोगों ने चिंता जाहिर की है। ग्रामीणों ने पुल को जल्द दुरुस्त करने की माँग की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले पाँच-छः सालों में सड़क और पुल की मरम्मत नहीं हुई है,जिसके कारण पौड़ी से ल्वाली बाजार तथा कालेश्वर तक जहां सड़क मार्ग की स्थिति बदहाल है,वही विभागीय अनदेखी के चलते पुल की स्थिति भी जर्जर बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार इस स्थिति से विभागीय अधिकारियों को भी अवगत करवाया गया,लेकिन विभागीय अधिकारी भी मौका-मुआयना कर चले जाते हैं और लेकिन सड़क और पुल मरम्मत नहीं होती है।

ग्रामीणों ने बताया कि देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के गाँव घीड़ी जाने वाला भी यही मार्ग है और इस मार्ग से कई ग्रामीण क्षेत्र भी जुड़ते हैं,लेकिन संबंधित विभाग इस और उदासीन बना हुआ है, वहीं जिलाधिकारी आशीष चौहान ने बताया की जर्जर पुल की रिपोर्ट तैयार करने के लिए एसडीएम और लोक निर्माण विभाग को संयुक्त निरीक्षण के लिए भेजा जाएगा जिससे पुल की हालत सुधारी जा सके।

परेशान चल रहे ग्रामीणों का सीधा सीधा आरोप सरकार और प्रसाशन पर है। उनका कहना है की पीडब्ल्यूडी विभाग के उच्च अधिकारी छोटे कर्मचारी को यहां पर पुल का जायजा लेने के लिए भेज देते हैं जिसके बाद कर्मचारि अधिकारियों के आदेश पर हर बार पुल का नाप लेकर वापस चले जाते हैं और यह सिलसिला पिछले लंबे समय से चल रहा है। लेकिन समस्या का समाधान नहीं है पा रहा है।

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