हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में अवैध कब्जे को ध्वस्त करने के बाद बवाल हो गया। स्थानीय लोगों ने नगर निगम और पुलिस की टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते पत्थरबाजी और आगजनी शुरू हो गई। जिसमें 300 से अधिक पुलिसकर्मी और निगमकर्मी घायल हो गए। मामले में स्थानीय विधायक सुमित हृदयेश ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है तो उधर, पूर्व सीएम हरीश रावत ने घटना पर चिंता जताई है। वहीं, हल्द्वानी हिंसा पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी अपनी प्रतिकिया दी है।
विधायक सुमित हृदयेश का बयान
हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने एक बयान जारी कर कहा है कि आजादी से लेकर आजतक हल्द्वानी में कभी भी इस प्रकार की घटना नहीं हुई है। यहां हमेशा अमन, चैन और एकता का माहौल रहा है। हाईकोर्ट ने इस प्रकरण की सुनवाई की तारीख 14 फरवरी को दी थी, फिर भी शासन-प्रशासन ने जल्दबाजी कर इस कृत्य को अंजाम दिया। मेरी मुख्यमंत्री से फोन पर वार्ता हुई है। उन्हें पूरे प्रकरण से अवगत करा दिया गया है, जितने भी प्रशासनिक अधिकारी, पुलिसकर्मी और स्थानीय नागरिक इस कृत्य में घायल और हताहत हुए हैं, मेरी संवेदना उनके परिवारजनों के साथ है। मेरी सभी शहरवासियों से अपील है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर गौर न करें और शांति व्यवस्था बनाने में अपना पूर्ण योगदान दें।
हरीश रावत ने जताई चिंता
हल्द्वानी में आगजनी और हिंसा की घटना पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने चिंता व्यक्त की है। हरीश रावत ने कहा कि हल्द्वानी हमेशा से प्रेम, भाईचारे और सौहार्द का प्रतीक रहा है, वहां पर ऐसी घटना का होना दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे में अगर शांत हल्द्वानी उबाल मार रहा है तो फिर यह गहन चिंता का विषय है। हरीश रावत ने सभी लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।