राहुल गांधी ने देश के कुलपति की चयन प्रक्रिया को लेकर दिया विवादित बयान,शिक्षाविदों ने की कार्रवाई की मांग;

May 6, 2024 | samvaad365

देश में लोकसभा चुनाव को लेकर गहमागहमी का माहौल है। सभी ओर से राजनीतिक बयानबाजी तेज है। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक कथि‍त बयान पर बवाल मच गया है, जिसमें उन्‍होंने देश के विश्‍वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति की चयन प्रक्रिया पर प्रश्‍न उठाए थे।

अब उनके इस बयान पर देश के कई हिस्सों से कुलपतियों और शिक्षाविदों ने एक ओपन लेटर लिखकर राहुल गांधी की टिप्पणियों का विरोध किया है। वहीं, कांग्रेस ने भी इस ओपन लेटर प्रत‍िक्रि‍या दी है।

ओपन लेटर में कुलपतियों ने क्‍या लिखा?

जिस प्रक्रिया से कुलपतियों का चयन किया जाता है, वह योग्यता, विद्वतापूर्ण विशिष्टता और अखंडता के मूल्यों पर आधारित कठोर, पारदर्शी कठोर प्रक्रिया की विशेषता है। चयन पूरी तरह से शैक्षणिक और प्रशासनिक कौशल पर आधारित है और विश्वविद्यालयों को आगे ले जाने की दृष्टि से किया गया है। हम स्पष्ट रूप से ऐसे दावों को खारिज करते हैं।

हमारे बीच प्रस्तुत शैक्षणिक विषयों और पेशेवर अनुभवों की श्रृंखला चयन प्रक्रिया की निष्पक्ष और समावेशी प्रकृति के प्रमाण के रूप में खड़ी है।

राहुल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की

इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि राहुल गांधी ने झूठ का सहारा लिया है और इससे राजनीतिक लाभ लेने के इरादे से बड़े पैमाने पर कुलपतियों के कार्यालय को बदनाम किया है। इसलिए, विनम्र प्रार्थना है कि उनके खिलाफ तुरंत कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाए।

कांग्रेस ने ओपन लेटर पर दी प्रतिक्रिया

इधर, कुलपतियों की चयन प्रक्रिया पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी का विरोध करने वाले कुलपतियों के खुले पत्र पर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि कुलपतियों की नियुक्ति उनकी क्षमता और अनुभव के आधार पर नहीं की जा रही है, बल्कि उनकी ‘संघ आयु’ (आरएसएस से जुड़ाव) देखी जाती है। संघ और भाजपा का वर्कर जब विश्‍वि‍द्यालय में नियुक्‍त होगा तो उनमें पारदर्शिता नहीं होगी।

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