सीएम धामी ने ‘श्री अन्न महोत्सव’ का किया शुभारंभ

May 13, 2023 | samvaad365
cm pushkar singh dhami

कभी वो दौर था कि हर भारतीय घर की थाली में कोई न कोई मोटा अनाज जरूर नजर आता था, लेकिन धीरे-धीरे खानपान के तरीके इस कदर बदले की थाली में अनाज कम जंक फूड ज्यादा नजर आने लगा। देश का हर नागरिक सेहतमंद रहे इसके लिए सुपरफूड मिलेट्स को हर घर की पंसद बनाने के लिए केंद्र सरकार की कोशिशों में जुटी हुई है। यही कारण है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने साल 2023 को इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर घोषित किया है, जिससे लोगों को मोटा अनाज खाने के प्रति प्रोत्साहित किया जा सके।

इसी क्रम में आज उत्तराखंड में मोटे अनाज के उत्पादन और मोटे अनाज के इस्तेमाल को बढ़ाए जाने को लेकर श्री अन्न महोत्सव का शुभारंभ हुआ। इस चार दिवसीय महोत्सव का शुभारंभ सीएम धामी ने किया। देहरादून में आयोजित इस चार दिवसीय महोत्सव में उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने सीएम धामी के साथ सभी स्टालो का निरीक्षण किया। श्री अन्न महोत्सव के समापन कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर शिरकत करेंगे। इस महोत्सव में प्रदेश भर से करीब 10 हजार किसानों ने प्रतिभाग किया। इस महोत्सव में मिलेट से संबंधित 134 स्टाल लगाए गए हैं। जिसमें मोटे अनाज के उत्पादों की प्रदर्शनी, उत्तराखंड के प्रमुख समूह द्वारा मिलेट उत्पादन और अन्य उत्पादों का प्रदर्शन किया गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद देते हुए कहा प्रधानमंत्री के आह्वान पर ही संयुक्त राष्ट्र संघ ने साल 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया है। श्री अन्न अब घर घर का राशन बनता जा रहा है। पहले घर-घर में श्री अन्न का ही इस्तेमाल किया जाता था। अब धीरे-धीरे फिर से घरों में श्री अन्न का इस्तेमाल होना शुरू हो गया है। कृषि विभाग की ओर से आयोजित इस महोत्सव में अगले 4 दिनों तक तमाम चर्चाएं की जाएंगी। साथ ही श्री अन्न के उत्पादन को बढ़ावा दिए जाने को लेकर लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा।

उत्तराखंड श्री अन्न महोत्सव में शिरकत करने पहुंचे उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा उत्तराखंड राज्य में प्राकृतिक रूप से श्री अन्न की खेती होती रही है। ऐसे में श्री अन्न के उन्नत और शुद्ध बीज उत्तराखंड राज्य में धरोहर के रूप में मौजूद है। उत्तराखंड में तमाम ऐसे बीज हैं जिसको उत्तर प्रदेश में भी फसल के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

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