लड़के और लड़कियों का क्लास में एक साथ बैठना भारतीय संस्कृति के विरुद्ध- केरल नेता ‘वेल्लापल्ली नतेसन’

August 29, 2022 | samvaad365

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के बेहद करीबी माने जाने वाले और केरल में संख्या की लिहाज से मजबूत हिंदू एझावा समुदाय के नेता वेल्लापल्ली नतेसन ने विवादित बयान द‍िया है। वेल्लापल्ली नतेसन ने कहा है कि लड़कियों और लड़कों का क्‍लास में एक साथ बैठना भारतीय संस्कृति के खिलाफ है और यह अराजकता पैदा करता है। लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए को-एजुकेशन वाले स्कूलों में दोनों लिंग के स्‍टूडेंट को एक साथ पढ़ाया जाता है। इन स्कूलों में समान यूनिफॉर्म की केरल में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) नीत सरकार की लिंग तटस्थ नीति (Gender Neutral Policy) पर रविवार को यहां मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए नतेसन ने ये बातें कहीं।

दरअसल वेल्‍लापल्‍ली नतेसन केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के बेहद करीबी माने जाते हैं। उन्‍होंने कहा क‍ि हम श्री नारायण धर्म परिपालन योगम (एसएनडीपी), कक्षाओं में लड़कियों और लड़कों के एक साथ बैठने के पक्ष में नहीं हैं। हमारी अपनी संस्कृति है। हम अमेरिका या इंग्लैंड में नहीं रह रहे हैं। एसएनडीपी महासचिव ने कहा क‍ि हमारी संस्कृति लड़कों और लड़कियों की ओर से एक दूसरे को गले लगाने और साथ बैठने को स्वीकार नहीं करती है। आप ईसाई और मुस्लिम शैक्षणिक संस्थानों में ऐसा होते नहीं देखते हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि नायर सर्विस सोसाइटी (एनएसएस) और एसएनडीपी की ओर से प्रबंधित शिक्षण संस्थानों में ऐसी चीजें हो रही हैं। एनएसएस और एसएनडीपी राज्य में दो प्रमुख हिंदू जाति संगठन हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह का व्यवहार अराजकता पैदा करता है और आप इसे हिंदू संगठनों की ओर से प्रबंधित कॉलेजों में देख सकते हैं।

उन्होंने कहा कि यह एक कारण है कि ऐसे संस्थानों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से अच्छे ग्रेड या फंड‍ नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि 18 साल से कम उम्र के या कॉलेजों में जो युवा छात्र-छात्राएं हैं उन्हें साथ नहीं बैठना चाहिए या एक दूसरे को गले नहीं लगाना चाहिए क्योंकि वे अब भी पढ़ रहे हैं। नतेसन ने कहा कि जब बच्चे बड़े हो जाते हैं और परिपक्व हो जाते हैं, तो वे जो चाहें कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों का एक साथ बैठना और एक-दूसरे को गले लगाना भारत में ठीक नहीं है।

संवाद 365, दिविज बहुगुणा

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