प्रदेश मंत्री ने वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया,101 पौधे लगाकर मनाया गया हरेला पर्व

July 17, 2023 | samvaad365

 उत्तराखंड अपने तीज-त्योहारों, लोक पंरपराओं, लोक पर्वों के लिए विश्वविख्यात है। यहां मनाए जाने वाले लोक पर्वों में प्रकृति के प्रति अनूठा प्रेम दिखता है। प्रकृति से प्रेम करना सिखाता एक ऐसा ही त्योहार हरेला पर्व है। उत्तराखंड के लोक पर्वों में से एक हरेला को गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंडलों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है। वैसे तो हरेला सालभर में तीन बार मनाया जाता है। लेकिन इनमें सबसे विशेष महत्व रखने वाला हरेला पर्व सावन माह के पहले दिन मनाया जाता है. लोक परंपराओं के अनुसार, पहले के समय में पहाड़ के लोग खेती पर ही निर्भर रहते थे. इसलिए सावन का महीना आने से पहले किसान ईष्टदेवों और प्रकृति मां से बेहतर फसल की कामना और पहाड़ों की रक्षा करने का आशीर्वाद मांगते थे। और ही कारण है की उत्तराखंड में हरेला पर्व मनाया जाता है। और वही आज हरेला पर्व के उपलक्ष में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री कमली भट्ट ने अपने वार्ड बद्रीश कॉलोनी, देहरादून में वृक्षा रोपड़ कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें की मुख्स अतिथि के रुप में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल भी उपस्थित रही। और उन्होने सभी को हरेला की शुभकामनाएं दी साथ ही उन्होंने कहा की हरेला का अर्थ हरीयाली से है और प्रत्येक नागरिक को इस धरा को हरा भरा बनाने हेतु वृक्ष लगाना बहुत आवश्यक हो गया है और इसे हमें अपना दायित्व समझ कर करना चाहिए।प्रदेश मंत्री कमली भट्ट के नेतृत्व में भारी संख्या में महिलाओं ने 101 पौधे लगाकर वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें आम नीम पीपल आंवला आदि के वृक्ष रोपित किए गए। कार्यक्रम की संयोजिका प्रदेश मंत्री पार्षद कमली भट्ट ने सभी को हरेला पर्व की शुभकामनाएं दी। और कहा कि पिछले वर्ष जो पौधे उनके द्वारा लगाए गए थे आज वह बड़े हो चुके हैं जिनको देखकर उन्हें काफी खुशी होती है।वृक्षारोपण कर रही महिलाओं ने कहा की आज लोग अपनी परम्परा को भुल रहे है किंतु एसा नहीं होना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा की प्रत्येक वर्ष लाखों पौधे लगाए जाते हैं किंतु देखरेख ना होने के कारण वह नष्ट हो जाते हैं इसलिए उन्होंने सभी से अपील की जो भी वृक्ष लगाए वह उनकी देखरेख भी करे।

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