जहां एक और लगातार हो रही बारिश से लोग परेशान हैं। कही पानी के भर जाने से तो कही भूस्खलन से हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है। वही गणाई गंगोली तहसील के सिमलता के ग्रामीण बरसात के मौसम में पेयजल के लिये परेशान हैं। ग्रामीणों ने बताया की गांव में खड़िया खनन करने वालों ने मानकों को ताक में रखकर पेयजल स्तोत्रो को बंद कर दिया है। खड़िया के ठेकेदार के पेयजल स्तोत्रो पर मलबा डालकर स्रोतों को बंद कर दिया है। जिससे गांव की पेयजल व्यवस्था पूरी तरह से बंद हो गयी है। जिससे ग्रामीणों के साथ ही जानवरों को अब पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है। ग्रामीणों ने डीएम को पत्र भेजकर शिकायत की है पूर्व पेयजल की इस समस्या को लेकर स्थानीय स्तर पर कई बार लिखित और मौखिक रूप से अवगत करा दिया है लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
खड़िया खनन की वजह से सिमलता गांव 2 वर्षों से बिना पानी के है पानी पीने के लिए दूर-दूर से दो किलोमीटर दूर से में पानी लाना पड़ रहा है पूर्व में कई बार ग्रामीण पेयजल लाइन को ठीक भी कर चुके हैं लेकिन उसके बाद फिर खड़िया खनन करने वालों ने पेयजल स्तोत्रो पर मलबा डालकर बंद कर दिया है। ग्रामीणों ने बताया कहा की अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो पूरे क्षेत्र की जनता सडकों पर उतकर आन्दोलन करेगी।