रुद्रप्रयाग: वर्ष 2013 की आपदा के बाद केदारपुरी का पूरा स्वरूप ही बदल गया है। धाम में हो रहे पुनर्निर्माण के कार्योंं ने केदारपुरी पर चार चाँद लगा दिए हैं, इसी कड़ी में आपदा में ध्वस्त हुए तीर्थ पुरोहितों के भवनों का निर्माण का जिम्मा भी सरकारों ने लिया और उन्हें न केवल स्थानीय पत्थरों से निर्मित किया बल्कि पहाड़ी शैली में केदारनाथ की भौगोलिक पारिस्थितियों को देखकर बनाया गया है।
आपको बताते चले कि केदारनाथ में 48 यूनिट के तहत पाँच भवनों का निर्माण होना था, जिसमें से दो भवन बनकर तैयार हो गए हैं जिन्हें 22 यूनिट के रूप में तीर्थ पुरोहितों को हस्तांतरित भी कर दिया गया है। जबकि बाकी बचे हुए भवनों का निर्माण कार्य जारी है, जिन्हें सितम्बर माह तक पूरा कर दिया जायेगा।
गौरतलब है कि केदारनाथ में शीतकाल के दौरान भारी हिमपात होता है जिस कारण अक्सर यहां निर्मित भवन क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। ऐसे में इन भवनों की निर्माण यहां की विषम परिस्थितियों का देखकर किया गया हैं ताकि भारी से भारी हिमपात होने पर भी इन भवनों को कोई नुकसान न पहुँचे। जबकि पहाड़ की संस्कृति की झलक देश दुनिया में पहुँचे इसलिए इन भवनों को पहाड़ी शैली में बनाया गया है।
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संवाद365/कुलदीप राणा