बागेश्वर: बागेश्वर जनपद में पिछले चार दिनों से जबरदस्त बारिश हो रही है। लगातार बारिश अब आफत बनती जा रही है । पिछले 24 घंटों में बागेश्वर में बारिश सबसे ज्यादा हुई है। जहां बागेश्वर में 100 एमएम, गरुड़ में 95 एमएम व कपकोट क्षेत्र में 86एमएम बारिश हुई है । सरयू और गोमती नदियां खतरे के निशान के करीब पहुंच गई हैं। नदी किनारे रह रहे लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
लगातार हो रही बारिश से पहाड़ कमजोर पड़ने लगे हैं। नदी नाले रास्तो में सैलाब सा मंजर देखने को मिल रहा है । गरुड़ क्षेत्र में 3 गावँ को जोड़ने वाला पुल बह जाने से ग्रामीणों की समस्या बढ़ गयी है। बागेश्वर जनपद में 40 सड़कें बन्द हैं। जनपद के कपकोट में सबसे ज्यादा 23 सड़कों में लैंडस्लाइड आने से व पेड़ गिरने से लगभग 42 गांव प्रभावित हुए हैं।
बागेश्वर की 5 सड़कें मलबा आने से बन्द हैं। वहीं गरुड़ क्षेत्र में भी बारिश कहर बरसा रही है यहां 12 सड़कों में जबरदस्त लैंडस्लाइड हुआ है। लगभग 20 मकानों में दरार आ गयी है। तिलसारी, मटे व नर्गवाड़ी उड़खुली गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। एक दर्जन गौशालाएं टूट गई हैं। सड़कों में बोल्डर, पेड़ व लैंडस्लाइड हो रहा है। बिजली के खंभे पेयजल लाइन ध्वस्त हो गई हैं। आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि जिले में भारी बारिश के चलते 40 सड़कें बंद हो गयी हैं। जिनमें से दो सड़कों को यातायात के लिए सुचारू कर दिया गया है। अन्य सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं। वहीं उन्होंने बताया कि आरे, झटक्वाली, तिलसरी आदि क्षेत्रों में कई मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिल रही है। सबंधित पटवारियों को मौका-मुआयाना करने के लिए निर्देशित कर दिया गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 14 अगस्त तक जिले में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
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संवाद365/हिमांशु गढ़िया