कोविड महामारी के दौरान हिंदाव क्षेत्र में निराश्रित परिवारों को राशन किट देकर मदद पहुंचा रहे उक्रांद के युवा नेता सन्दीप आर्य व उनकी टीम की इस मुहिम को मुंबई से काफल फाउंडेशन ने भी अपना सहयोग दिया है। मुंबई में सबसे सम्पन्न प्रवासी उत्तराखण्डियों का संगठन काफल फाउंडेशन खेल, शिक्षा, सांस्कृतिक गतिविधियों के जरिए उत्तराखंड की मदद करने वाली सबसे लोकप्रिय संस्था है। कोरोना महामारी के पिछले दौर में मुंबई में कामकाज बंद होने के कारण फंसे हजारों उत्तराखंड के लोगों को उनके घरों तक राशन, ग़ांव पहुंचाने की व्यवस्था, सरकार से संवाद कर उत्तराखंड के लिये स्पेशल ट्रेन आदि लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका काफल फाउंडेशन की रही है।
साथ ही काफल फाउंडेशन उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में भी दुरस्थ क्षेत्रों में सहयोग कर रहा है।
कोविड महामारी की दूसरी लहर में भी काफल फाउंडेशन मुंबई के सहयोग से हिंदाव में कई निराश्रित परिवारों को टीम संदीप आर्य व उनकी टीम के जरिये राशन पहुंची है।बता दें की काफल फाउंडेशन मुंबई में शंकर सिंह रावत , ग्राम लैनी, पट्टी हिंदाव, देव चंद , ग्राम चानी पट्टी बासर, उद्योगपति हयात सिंह राजपूत , पिथौरागड़, उद्योगपति सुरेश राणा , उद्योगपति गिरवीर नेगी , चम्बा टिहरी गढ़वाल, अर्जुन रावत , ग्राम लैनी, पट्टी हिंदाव जैसी कई शख्सियत मुख्य ट्रस्टी हैं।ग़ांव ग़ांव में निराश्रित परिवारों को मदद पहुंचाने की मुहिम में जुटे सन्दीप आर्य ने मानव सेवा के इस पुण्य कार्य में सहयोग के लिए काफल फाउंडेशन मुंबई का आभार जताया है। हिंदाव क्षेत्र में उक्रांद के युवा नेता सन्दीप आर्य, गौतम पनगरियाल, रूपेश आदि लगातार हर घर में चूल्हा जलना चाहिए कि मुहिम में लोगों की मदद के अभियान में जुटे हैं।
संवाद365,डेस्क