आत्मनिर्भर भारत में अब महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन रही है जिसका उदाहरण पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित थल कस्बे में देखने को मिला है। दरसल तीन साल पहले तत्कालीन सीडीओ वंदना सिंह ने महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए एक समूह के माध्यम से जोड़ा था। धीरे धीरे कई महिलाएं समूह से जुड़ी और महिलाओं ने पहाड़ो में मिलने वाले पौष्टिक अनाज मडुवे से बिस्कुट बेकरी खोलने का निर्णय लिया।शुरूवाती दौर महिलाओं को बाजार नही मिलने से कुछ परेशानी का सामना भी करना पड़ा और लेकिन राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने महिलाओं को बिस्कुट बनाने के लिए उपकरण देने के साथ प्रशिक्षण भी दिलाया। वर्तमान में महिला समूह के द्वारा प्रतिदिन 1200 पीस बिस्कुट बनाये जा रहे है जिससे समूह की आय होने के साथ समूह से जुड़ी महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी अच्छी होने लगी है।
प्रदेश का पहला मडुवा बेकरी ग्रोथ सेंटर में महिलाओं के कार्य को देखते हुए पूर्व में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने महिला समूह से वर्चुअल संवाद कर इनके कार्यो की भी सरहाना की और सरकार से मदद दिलाने का भरोसा भी दिलाया है। जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा ने प्रदेश के अन्य जनपदों में बिस्कुटों को बाजार मिल सके इसके लिए सीएम से वार्ता करने की बात कही।जिस तरह से यहां पर महिलाअ समूह के द्वारा कार्य किया जा रहा है उससे देखते हुए यह लगाता है आत्म निर्भर महिला शक्ति अभियान को अवश्य बढ़ावा मिल रहा है। महिलाओं की आज यहां पर आर्थिक स्थिति मजूबत हो रही है। लेकिन समय समय पर महिलाओं को सरकार से मदद मिले ओर यहा पर बने रहे बिस्कुट को बाजार मिले तो अवश्य महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजूबत होने के साथ आत्मनिर्भर भी बनेगी।
संवाद365,प्रदीप महरा