42 वर्ग किलोमीटर तक फैली एशिया के सबसे बड़े टिहरी बांध की झील में आज प्रताप नगर विधानसभा के अंतर्गत मोटना गांव के रहने वाले 50 साल के त्रिलोक सिंह ने अपने दो पुत्र ऋषभ और पारस के साथ कोटि कालोनी से भलड़ियाना तक 12 किलोमीटर झील की लहरों को पार किया ।आपको बता दें कि ऋषभ ने कोटी कॉलोनी से भलड़ियाना तक 12 किलोमीटर की दूरी 3.घण्टे 30 मिनट तय की तो पारस ने कोटि कालोनी से भलड़ियाना तक 12 किलोमीटर की दूरी 3.घण्टे 45 मिनट में तय की और त्रिलोक सिंह रावत ने कोटी कॉलोनी से हरियाणा तक 12.50 किलोमीटर की दूरी 4 घण्टे 30 मिनट में तय की।
टिहरी जिले के लिए हर्ष की बात है कि मोटना गांव के रहने वाले तिलोक सिंह अपने दो बच्चों के साथ आज टिहरी झील में बिना लाइफ जैकेट पहने हुए कोटी कॉलोनी से भलड़ियाना तक तैराकी करते हुए पहुंचे । जिससे प्रसन्न होकर उत्तराखंड सरकार के पूर्व दायित्व धारी मंत्री अतर सिंह तोमर ने इनको 1100 रू. का चेक देकर सम्मानित किया और कहा उत्तराखंड के पहाड़ों में आज भी ऐसी प्रतिभाएं हैं जो अभी बाहर नहीं आ पाई है और इनको बाहर लाने के लिए हमारी सरकार हर स्तर से प्रयास कर रही है
वहीं तैराक तिलोक सिंह ने कहा कि मुझे पहले से ही तैराकी का शौक था और मेरा यह शौक आज सफल भी हुआ । मैं ओर मेरे दोनों बेटों ने आज कोटी कॉलोनी से भलड़ियाना तक बिना लाइफ जैकेट पहनकर तैरते हुए पहुंचकर सपना पूरा किया है । हमें आज तक राज्य स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने के लिए कोई प्लेटफार्म नहीं मिला जिससे हम गांव तक ही सिमट कर रह गए लेकिन मैं अपने बेटों का ट्रेनर बन कर इनको आगे पहुंचाने के लिए पूरी कोशिश करूंगा क्योंकि तैराकी में अभी तक किसी ने कोई रिकॉर्ड नहीं बनाया है और टिहरी झील में रिकॉर्ड बनाना अपने आप में अलग हटकर है क्योंकि टिहरी झील में हर समय लहरें चलती हैं और पानी का तापमान एक जैसा नही होता है फिर भी हमने आज जिला प्रशासन से अनुमति मांग कर कोटी कालोनी से भलड़ियाना तक शानदार तैराकी की है।
संवाद365,बलवंत रावत