बापू ने देहरादून में रखी थी बाल वनिता आश्रम की आधारशिला

October 2, 2019 | samvaad365

देहरादून: आज महात्मा गांधी की 150वीं जयंती है और हर कोई बापू को नमन कर रहा है. महात्मा गांधी का संबंध उत्तराखंड से भी रहा है, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने तिलक मार्ग स्थित श्रद्धानंद बाल वनिता आश्रम की आधारशिला रखी थी. इसके लिए महात्मा गांधी बुधवार 16 अक्तूबर 1929 को दून आए थे. यह भूमि लाला मुकुंदलाल रईस ने दान की थी. बाल वनिता आश्रम में बड़ी संख्या में निराश्रित व हर तरफ से ठुकराए हुए बच्चे नई जिंदगी पा रहे हैं. समय बीतने के साथ यह अनाथ आश्रम तरक्की ही कर रहा है. जब बापू दून आए तो लोग उन्हें देखने और छूने के लिए उमड़ पड़े. बापू दून में बाल वनिता आश्रम को स्थापित करने के उद्देश्य से बेहद प्रभावित थे. इसलिए वह यहां पर आए और लंबे समय तक आश्रम परिसर में रहे.

यहां के ओमप्रकाश ने बताया कि आश्रम में रह रहे बच्चों में शिक्षा के साथ संस्कार के बीज भी बोए जाते हैं. इन्हें गांधीवाद का पाठ भी पढ़ाया जाता है. सत्य, अहिंसा और परोपकार समेत अन्य गुणों को जीवन में आत्मसात करने को प्रेरित किया जाता है. हर एक बच्चा बापू की जीवनी से भली-भांति परिचित है.

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संवाद365/किशोर रावत

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