बुलंदशहर: लॉक डाउन के बाद अपने देश यानी गांव लौटे प्रवासी मजदूरों को जहाँ सरकार रोजगार देने की कवायद कर रही हैं, वहीं बेरोजगार हो गए लोगों से वसूली की जा रही हैं, वसूली उजागर तब हो गई जब विभाग के ही एक ने वसूली का विरोध करते हुए उनके खिलाफ FIR दर्ज करा दी। लॉक डाउन के बाद इलाकों में लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए कुछ सरकार नए-नए रोजगार के आयाम तलाश रही हैं, मगर जिनके पास पहले से रोजगार हैं, उन्होंने अब लूट शुरू कर दी है। मामला विद्युत विभाग में बुलंदशहर के खुर्जा विकास खंड का है। जहाँ एक संस्था मेमर्स सालासर को बुलंदशहर विद्युत विभाग ने खुर्जा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले उप केंद्रों से संबंधित गांव में अनमीटर्ड संयोजन के तहत जिन घरों में मीटर नहीं हैं, वहाँ मीटर लगाने का ठेका दे दिया था। ये ठेका संस्था कोटे को क्या मिला मानो उन्हें वसूली की इजाजत दे दी गई हो। संस्था के लोग गांवों में जमकर वसूली कर रहे हैं, जिन घरों में मीटर है उन मीटर को बदलवा कर ₹700 से लेकर ₹12000 तक वसूले जा रहे हैं।
सालासर संस्था खुर्जा विकासखंड के गाँवो में लोगों से मीटर बदलवाने के नाम पर पैसे लूट रही हैं। विभाग को शिकायतें मिल रही थी मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में विभाग का ही एक नौजवान अफसर संस्था के द्वारा की जा रही वसूली के खिलाफ सामने आया और एफ आई आर भी दर्ज करा दी। विभाग के एक नौजवान अफसर ने विद्युत विभाग में अधिकारी और माफियाओं का गठजोड़ सामने ला दिया, वह भी उस वक्त जब सारा देश कोरोना जैसी महामारी के बाद पैदा हुए आर्थिक संकट से उभरने की कशमकश में है। ऐसे में विभाग के अफसरों की सांठगांठ से लोगों से पैसे की लूट विद्युत विभाग के बड़े अफसरों पर सवाल खड़ा करती हैं। उधर कंपनी के ठेकेदार का अपना पक्ष है वह बताते हैं कि उनको इसकी जानकारी नहीं थी, खैर यह तो सब जानते हैं कंपनी का मुलाजिम बिना मालिक की इजाजत के वसूली कर सकता हैं।
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संवाद365/ ब्यूरो