चित्रकूट: भगवान श्री राम की तपोस्थली चित्रकूट में श्रद्धालुओं की भारी संख्या में भीड़ देखने को मिली। यहां लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर मां मंदाकिनी में दीपदान करके भगवान कामतानाथ के दर्शन कर दीप जलाए। मान्यता है कि भगवान श्री राम लंका पर विजय प्राप्त करने के पश्चात सबसे पहले चित्रकूट के कामतानाथ पहुंचे थे और यहीं पर दीपदान किया था। भगवान श्री राम ने अपने वनवास काल के साढे 11 वर्ष से अधिक का समय चित्रकूट में ही बिताया था। इसलिए यहां भव्य रुप से दिवाली पर्व मनाया जाता है। चित्रकूट को भगवान श्रीराम ही नहीं बल्कि लाखों ऋषि मुनियों की तपोस्थली के रूप में विश्व में ख्याति प्राप्त है। 5 दिन तक चलने वाले इस दीपदान मेले में 40 से 50 लाख श्रद्धालु प्रतिवर्ष पहुंचते हैं।
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संवाद365/ब्यूरो