चार धाम यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारिया,यात्रा में आने वाले श्रद्धालु बरतें सावधानियां

April 9, 2022 | samvaad365

उत्तराखंड में विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा का शुभारंभ 3 मई से होने जा रहा है। कोरोना काल के बाद इस बार यात्रा में  भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावनाएं हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है।इधर 3 मई से शुरू होने जा रही चार धाम यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं । विभाग ने यात्रा मार्गो में श्रद्धालुओं को स्वास्थ सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से डॉक्टरों की रोटेशन में 15 -15 दिन की ड्यूटियां लगाई है इसके अलावा विशेषज्ञ चिकित्सकों को भी यात्रा मार्गो में तैनात करने का निर्णय लिया है। चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत ना हो उसके लिए मेडिकल ऑफिसर्स को एम्स की तरफ से विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह ट्रेनिंग मेडिकल ऑफिसरों को  हाई एल्टीट्यूड सिकनेस को देखते हुए प्रदान की जा रही है, रोटेशन वाइस प्रशिक्षण प्राप्त किए जाने के बाद इन चिकित्सकों को तैनाती स्थल पर रवाना कर दिया जाएगा। वहीं प्रदेश में हृदय रोग विशेषज्ञों की कमी को देखते विभाग सामान्य चिकित्सकों को भी कार्डियोलॉजी की ट्रेनिंग दे रहा है ताकि चार धाम यात्रा मार्गो में कार्डियक के पेशेंट को स्टेबल किया जा सके।

वही चार धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके उसके लिए करीब  50 मेडिकल ऑफिसरों की यात्रा में तैनाती की जाएगी, साथ ही इस बार यात्रा रूटों पर 42 स्पेशलिस्ट चिकित्सक अपनी सेवाएं देंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्गों पर पैरामेडिकल स्टाफ की भी तैनात करने का निर्णय लिया है, इसमें 66 स्टाफ नर्स और 44 फार्मासिस्ट शामिल है।बद्रीनाथ और केदारनाथ में चार चार बेड के अस्पताल तैयार किए गए हैं, जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री में दो-दो बेड के अस्पताल बनाए गए हैं इन अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष सुविधाएं रखी गई हैं। इसके अलावा रुद्रप्रयाग जिले में 108 की छह और विभाग की आठ एंबुलेंस 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी, इसके अलावा चमोली जिले में 108 की 17 और स्वास्थ विभाग की 14 एंबुलेंस जबकि उत्तरकाशी जिले में 108 की 14 और विभाग की 15 एंबुलेंस मरीजों की सेवा में लगाई गई हैं।

यात्रा में आने वाले श्रद्धालु यह बरतें सावधानियां

चार धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालु दिल का विशेष ध्यान रखें क्योंकि कमजोर दिल वालों को यात्रा से परहेज बरतने में ही समझदारी है इसका कारण यह है कि यात्रा मार्ग पर हृदय रोग से सर्वाधिक मौतें होती है। चार धाम यात्रा रूट के अधिक ऊंचाई पर होने की वजह से खासतौर पर विभिन्न रोगों से ग्रसित मरीजों की तबीयत बिगड़ने की आशंका रहती है, क्योंकि अधिक ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी हो जाती है लिहाजा जरूरी है कि यात्रा करने से पहले तमाम एतिहाद कदम उठा लिए जाएं। दून मेडिकल कॉलेज के फिजिशियन डॉक्टर कुमार जी कौल का कहना है कि हृदय और दमा के मरीजों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है, इस बीमारी से पीड़ित मरीज यदि कोई दवाई ले रहे हैं तो चार धाम यात्रा में जाने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य परामर्श लें। उन्होंने कहा कि हार्ट का पेशेंट यदि यात्रा पर जाना चाहता है तो एक बार जरूर डॉक्टर से कंसल्ट कर के अपना फिटनेस सर्टिफिकेट जरूर ले लें।

संवाद 365 ,संदीप रावत

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