27 जनवरी 2019 को उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नेशनल हैंडलूम एक्सपो का शुभारम्भ किया,उनके साथ मेयर सुनील उनियाल गामा भी मौजूद रहे। यह आयोजन 12 जनवरी 2020 तक चलेगा।इसमे कुल 300 स्टाल लगाए गए हैं।भारत सरकार द्वारा देश के हथकरघा बुनकरों को विपणन की सुविधा उपलभ्ध कराने हेतु राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर एक्सपो स्वीकृत किये जाते है,इसी क्रम में उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद द्वारा नेशनल हैंडलूम एक्सपो का आयोजन राजधानी देहरादून के परेड मैदान में किया जा रहा है जिसका आज मुक्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधिवत शुभारंभ किया।
देश के बुनकरो एवं प्राथमिक बुनकर सहकारी समितियों जो उच्च स्तरीय हथकरघा उत्पादों का उत्त्पादन करते है उनके द्वारा इस एक्सपो में प्रतिभाग किया जा रहा है आपको बता दे की गत वर्ष भी देहरादन का नेशनल हैंडलूम एक्सपो अपनी विशेष चाप छोड़ने में सफल रहा था.
अनेक राज्यों का प्रतिभाग
उत्तराखंड सहित देश के कई राज्यों से इस एक्सपो में 14 राज्यों से प्रतिभाग किया जा रहा है.उत्तराखंड के साथ साथ हिमांचल,जम्बू कश्मीर लददाक,नई दिल्ली, पंजाब, ओडिसा, उत्तर प्रदेश,बिहार,पश्चिम बंगाल,राजस्थान,हरियाणा,कर्नाटक,एवं तमिलनाडु राज्यों द्वारा प्रत्तिभाग किया जा रहा है.इस आयोजन में देहरादून सहित राज्य के विभन्न भागो के लोगो द्वारा सम्पूर्ण भारतवर्ष से आये हथकरघा उत्पादों को क्रय किया जाता है.
क्या क्या रहेगा उपलभ्ध ..
एक्सपो में इस वर्ष भी विभन्न राज्यों के शॉल,जयपुरी रजाई,कांजीवरम सिल्क,बनारसी साड़ियां,बेडशीट,बेडकवर,बेडशीट,ऊनि पश्मीना शॉल,टोपी,कालीन आदि बिक्री के लिए उपलभ्ध रहेंगे.लोगो के लिए जयपुर की रजाइयां,चादर,जम्बू की पश्मीना शाल,पश्चिम बंगाल की जमदानी बालचौरी साड़ियां,उत्तर प्रदेश की बनारसी साड़ियां,कर्नाटक की चिंतामणि एवं कांजीवरम साड़ियां,ओडिसा की एक्कत,संबलपुरी बोकाई साड़ियां,बिहार की टसर साड़ियां,हिमांचल के कुल्लू शाल एवं हिमांचली टोपी,पंजाब के फुलकारी उत्त्पाद,बिहार की टसर साड़ियां,भंगालपुरीड्रेस मटीरियल एवं तमिलनाडु की कांजीवरम सिल्क साड़ियां विपणन हेतु उपलभ्ध है
उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों के पिथोरागढ़,चमोली,उत्तरकाशी,अल्मोड़ा,टिहरी और हरिद्वार के बुनकरों द्वारा बनाये गए ऊनि उत्पाद जैसे शाल ट्वीड,पंखी,टोपी,मफलर,थुमला,चुटका आदि भी एक्सपो में उपलभ्ध रहेंगे . इस वर्ष राज्य के उत्तराखंड खादी बोर्ड द्वारा बुनकरों और कटकरों को भी विपणन की सुविधा उपलभ्ध करने हेतु एक्सपो में 50 स्टाल उपलभ्ध कराये हे तथा नाबार्ट द्वारा वित्त पोषित बुनकरों को विपणन हेतु 10 स्टाल उपलभ्ध कराये गए है वही राज्य के सूक्ष्म उद्यमियों के प्रोत्साहन हेतु भी एक्सपो में सुविधा उपलभ्ध कराई गयी है.
हथकरघा मंडप.
हथकघा मंडप के अंतर्गत विभन्न प्रांतो के विशिष्ट हथकरघा उत्पादों को प्रदर्शन हेतु रखा गया है इस मंडप में हथकरघा कारीगरों के उच्च स्तरीय कौशल एवं हथकरघा उत्पादों की विशिष्टता का अभाश होता है एक ही स्थान पर पुरे देश के विशिष्ट हथकरघा उत्पादों को एक साथ देखने का लोगो को अवसर मिलेगा. जिसका संचालन बुनकर सेवा केंद्र चमोली द्वारा किया जा रहा है.
हिमाद्रि मण्डप
उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद द्वारा राज्य के विशिष्ट उत्पादों को हिमाद्रि ब्रांड नेम के अंतर्गत प्रोत्साहित किया जा रहा है.नेशनल हेंडलूम एक्सपो मे हिमाद्रि मंडप में हथकरघा उत्पादों के साथ साथ हस्तशिल्प उत्पादों का भी विपणन किया जा रहा है।
(संवाद 365/ किशोर रावत)
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