उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा अपने चरम पर चल रही है। यात्रा शुरू हुए एक सप्ताह का समय बीत चूका है और इस एक सप्ताह में जहाँ लगभग 10 लाख लोग अपना रजिस्ट्रेशन यात्रा के लिए करवा चुके हैं , तो वहीँ दूसरी तरफ भारी संख्या में यात्रियों के पहुँचने से धामों में यात्रा की सभी व्यवस्थाओं को धरातल पर उतरना शासन-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है,पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर की माने तो उन्हें उम्मीद थी कि इस बार इसी तरह से यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेगे और उसी तरह से प्रशासन ने भी अपनी व्यवस्था की हुई है। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा की धाम के कपाट खुलते समय हमेशा की तरह भीड़ अपेक्षा से ज्यादा होती है , लेकिन फिर बीतते समय के साथ साथ यात्रियों की संख्या भी कम होने लगती है,यात्रियों को लेकर सचिव पर्यटन ने कहा की यात्रा मार्ग से लेकर धामों तक में व्यवस्था सुदृढ़ हो सके इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
बता दें कि चार धाम यात्रा के कपाट खुलने के साथ ही यात्रा ने रफ्तार पकड़ी हुई है। यात्रा में इस बार दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों का नया रिकॉर्ड बन सकता है क्योंकि 7 दिन के भीतर ही दो लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने चारों धामों में दर्शन किए हैं जबकि यात्रा पर आने के लिए पंजीकरण का आंकड़ा 10 लाख से अधिक हो गया है। पर्यटन विभाग के मुताबिक यात्रा में 2 लाख से अधिक तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा 77659 तीर्थयात्री केदारनाथ जबकि गंगोत्री धाम में 41215, यमुनोत्री धाम में 4 6405 के साथ ही बद्रीनाथ धाम में 30773 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं।
संवाद 365, संदीप रावत
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