रोवपे तो बना,लेकिन नहीं हो पा रही कोई आवाजाही,पढ़े पूरा मामला

January 25, 2019 | samvaad365

टिहरी बांध की झील के ऊपर करीब दो करोड़ की लागत से भल्डियाना-मोटना रोपवे बनाया गया है जो बीते एक महीने से बंद पड़ा है. रोवपे का संचालन ना होने से प्रतापनगर क्षेत्र के कई गांव के ग्रामीणों को आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है. ग्रामीण करीब 70 किलोमीटर की लंबी दूरी तय जिला मुख्यालय पहुंच रहे हैं. रोपवे संचालकों से बात करें तो वो इसे बजट की कमी बता रहे हैं. जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है.

रोपवे सचांलकों का कहना है कि रोपवे को चलाने के लिये छह महीने के लिये लोक निर्माण विभाग बौराड़ी के द्वारा टेंडर किये गये थे. इसके तहत शुरुआत में उन्हें 39 लाख का टेंडर मिला था. रोपवे मरम्मत करने के बाद इसे चलाया, लेकिन बजट की कमी होने से इसे बंद करना पड़ा है. उन्होंने बताया कि बजट मिलने पर जल्द इसका संचालन फिर से शुरू कर दिया जायेगा.

रोपवे का संचालन बीएम इंटर प्राइजेस देहरादून कर रही है. इस रोपवे से प्रतापनगर के लंबगांव माटना, ओखला चौंधार, रमोली इलाके के करीब 50 से अधिक गांवों की आवाजाही का मुख्य साधन है, लेकिन ये रोपवे 20 दिसंबर 2018 से बंद पड़ा है. जिससे ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

इस रोपवे पर काम करने वाले चौकीदार मदन सिंह ने बताया कि रोपवे बीते 20 दिसंबर 2018 से बंद है. इस रोपवे में चार ट्रॉली लगे हुए हैं. अभी इसका संचालन बंद है.

वहीं, मामले पर प्रभारी जिलाधिकारी आशीष भटगाईं ने बताया कि मामला अभी संज्ञान में आया है. आवागमन बाधित ना हो इसके लिए संबंधित विभाग को रोपवे का तत्काल सुचारू करने का निर्देश दिया गया है.

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टिहरी/संध्या सेमवाल

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