पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में 3 साल पूर्व कोर्ट से बरी हुए पिथौरागढ़ के बंगापानी निवासी मनोज कुमार ने अनोखे अंदाज में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। पांखू स्थित न्याय की देवी कोटगाडी के मंदिर में 30 वर्षीय मनोज कड़कड़ाती ठंड में नंगे बदन बिच्छू घास में आसन लगाकर अनशन पर बैठ गए है।
युवक का आरोप है कि पुलिस ने झूठे मुकदमें में उसे फंसाया जिससे उसका पूरा भविष्य बर्बाद हो गया है। साथ ही युवक ने पुलिस अभिरक्षा और मुकदमे की पैरवी में हुए नुकसान की भरपाई की मांग की है। मनोज ने बताया कि साल 2010 में तत्कालिक मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने उस पर झूठा मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था। मनोज ने बताया कि पुलिस ने उस दौरान उसका शारीरिक और मानसिक शोषण भी किया। साथ ही उसने कहा कि पुलिस अभिरक्षा में हुई मार-पीट के कारण उसके कान के पर्दे भी खराब हो गए और उसका भविष्य भी पूरी तरह बर्बाद हो गया है। मनोज 6 साल तक न्यायिक मुकदमा झेलता रहा और तीन साल पहले ही हाईकोर्ट से बरी हुआ था। मनोज अपने साथ हुए नुकसान की भरपाई और झूठे मुकदमे में फंसाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पहले भी जिला मुख्यालय में आमरण अनशन कर चुका है। मगर कही से भी न्याय न मिलने पर मनोज न्याय की देवी कोटगाडी की शरण मे आया है। मनोज का ये आंदोलन पांखू क्षेत्र में कौतूहल का विषय बना हुआ है। जिस बिच्छू घांस को लोग हाथ लगाने तक से डरते है मनोज उस पर आसन लगाकर आमरण अनशन के लिए बैठा है।
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पिथौरागढ़/मनोज चंद