अंकिता भंडारी मामले में कई सारे राजों से पर्दा उठने वाला है। बीते शुक्रवार को ही SIT ने आरोपियों के नार्को टेस्ट के लिए न्यायलय को अर्जी दे दी है। न्यायलय इस अर्ज़ी पर सोमवार को फैसला सुनाएगा उसके बाद ही आरोपियों का नार्को टेस्ट हो पायेगा।
अंकिता भंडारी मामले में शुरुवात से ही VIP के नाम को लेकर काफी बवाल मचा था। पुलिस पर भी आरोप लगाए जा रहे थे की कहीं पुलिस VIP को बचने की कोशिश तो नहीं कर रही है। वहीं VIP को लेकर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्गरवाल का भी बयान सामने आया जिसमे उन्होंने कहा की VIP कोई व्यक्ति नहीं बल्कि रिसोर्ट में एक सुइट यानी के एक कमरे का नाम है। उनके इस बयान को लेकर उनकी काफी आलोचना भी हुई। वहीं इस मामले को लेकर कई सारे विपक्षी दलों ने भी आवाज उठाई और सरकार पर निशाना साधते हुए मामले की उचित कार्यवाही करने की मांग की।
वहीं अंकिता भंडारी के परिजनों ने भी VIP के नाम के खुलासे के लिए SIT से आरोपियों के नार्को टेस्ट की मांग की। परिजनों की इस मांग को जायज मानते हुए SIT ने न्यायलय को नार्को टेस्ट के लिए अर्जी डाली। पिछले दिनों एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने भी कहा था कि एसआईटी ने वीआईपी का नाम जानने के लिए नार्को टेस्ट का फैसला किया है।
एडीजी मुरुगेशन ने बताया कि नार्को टेस्ट के लिए शुक्रवार को न्यायालय में अर्जी दे दी गई है। न्यायालय इस अर्जी पर दोनों पक्षों को सोमवार को सुनेगा। इसके बाद ही नार्को टेस्ट कराने या न कराने पर फैसला किया जा सकता है। पुलिस ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। नार्को टेस्ट की मांग के लिए उनके पास पूरे आधार हैं। बहुत से ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब पुलिस को आरोपियों से चाहिए।
बता दें कि 18 सितंबर को पौड़ी निवासी अंकिता भंडारी रिजॉर्ट से गायब हुई थी। तीन दिन पटवारी पुलिस ने मामले में हीलाहवाली की तो 21 सितंबर की रात को जांच रेगुलर पुलिस को सौंप दी गई थी। पुलिस जांच में पता चला कि 18 सितंबर की रात में ही नहर में धक्का देकर अंकिता की हत्या कर दी गई थी।
इस मामले में मुख्यमंत्री के आदेश पर एसआईटी का गठन कर दिया गया था। डीआईजी पी रेणुका देवी के नेतृत्व वाली एसआईटी ने रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया था। तीनों से तीन दिनों तक पुलिस ने कस्टडी में भी पूछताछ की थी।
इन सवालों के मिल सकते हैं जवाब
टेस्ट के दौरान आरोपी वीआईपी का नाम बता सकते हैं।
नहर किनारे वास्तव में क्या हुआ था, यह भी उगल सकते हैं।
अंकिता के साथ कुछ गलत किया या नहीं, इस बात की जानकारी मिल सकती है।
इस मामले में उनका कोई और मददगार तो नहीं, यह बात भी वह बता सकते हैं।
मोबाइल नहर में फेंके हैं या फिर कहीं और छुपाए हैं, यह जानकारी भी हो सकती है।
संवाद 365, दिविज बहुगुणा
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