बागेश्वर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कई माह से मानदेय ना मिलने पर राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने राज्य की बीजेपी और त्रिवेंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया है.
उन्होंने कहा कि प्रमुख कोरोना योद्धा के रूप में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ राज्य सरकार जातिगत भेदभाव कर रही है। इसी कारण आरक्षित वर्ग की वर्कर को सात महीने और सामान्य वर्ग की वर्कर को चार महीने से मानदेय नहीं दिया गया है.
उनहोंन कही की सामान्य वर्ग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सितंबर और आरक्षित वर्ग की आंगनबाड़ी कर्मियों को जून से मानदेय नहीं मिला है. पिछले दिनों आंगनबाड़ी वर्करों ने उनके सामने यह मामला उठाया था.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को केंद्र सरकार के सामने भेदभाव का यह मामला उठाकर अपनी व्यवस्था के तहत सभी आंगनबाड़ी कर्मियों को समान रूप से मानदेय देना चाहिए क्योंकि काफी कम मानदेय पर कार्यरत आशा कार्यकर्ताओं को हर माह मानदेय मिलना चाहिए। वह राज्यसभा में भी मामला उठाएंगे.
(संवाद365/हिमांशु गड़िया)