प्रवासी उत्तराखंडियों के लिए सरकार ने खुशखबरी दी है. उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि सरकार दूसरे राज्यों से उत्तराखण्ड लौटने के इच्छुक प्रवासियों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके साथ ही उन्होने कहा कि घर लौटने के लिए अबतक लगभग 1 लाख 64 हजार लोगों ने इसके लिए पंजीकरण कराया है. मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि 7300 लोगों को अबतक दूसरे राज्यों से लाया जा चुका है जबकि 8146 को राज्य के भीतर ही एक जिले से दूसरे जिले में भेजा गया है. इसके साथ ही उन्होने कहा कि जो भी प्रवासी उत्तराखण्ड लौटना चाहते हैं, उन्हें वापस लाया जाएगा. इसके साथ ही उन्होने प्रवासी उत्तराखण्डियों से संयम और धैर्य रखने की बात कही. मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने कहा कि तमाम तरह की सावधानियां बरतनी होती है. इसलिए एक साथ इकट्ठा सबको नहीं लाया जा सकता है. स्वास्थ्य परीक्षण, वाहनों की व्यवस्था, रूकने की व्यवस्था आदि बातें देखनी होती हैं. सरकार इस काम में दिन रात लगी है। पूरा काम सुनियोजित तरीके से किया जाना है.
इसके साथ ही उत्पल कुमार ने कहा कि हरियाणा से 1500 लोगों को निजी वाहन से आने की अनुमति दी गई है.यहां बसें भी भेजी जाएंगी. उदयपुर और जम्मू से 400-400 लोगों को लाने की व्यवस्था की जा रही है. गुजरात व महाराष्ट्र को सूचना दी गई है कि सूरत, अहमदाबाद व पुणे से लोगों को ट्रेन से लाया जाना है. ट्रेनों से प्रवासियों से लोगों को लाने पर उन्होने कहा कि हमारी रेल मंत्रालय से बात हो चुकी है. संबंधित राज्यों को भी रेल मंत्रालय से बात करनी है.
उत्तराखण्ड के लोगों को ट्रेन से लाने में जो भी व्यय आएगा, उसका वहन उत्तराखंड सरकार द्वारा किया जाएगा. केरल के दो शहरों से भी लगभग 1000 लोगों को लाया जाना है. भारत सरकार द्वारा विदेशों से भारतीय नागरिकों को लाने की व्यवस्था की जा रही है. इनमें उत्तराखण्ड का व्यक्ति होने पर विदेश मंत्रालय द्वारा हमें अवगत कराया जाएगा. इसके लिए हमने एसओपी तैयार कर ली है.
संवाद365/डेस्क रिपोर्ट