बीआरओ के चीफ इंजीनियर आशु सिंह राठौड़ को मिलेगा अति विशिष्ट सेवा मेडल

January 26, 2020 | samvaad365

टिहरी: बीआरओ (बार्डर रोड आर्गेनाइजेशन) के चीफ इंजीनियर आशु सिंह राठौड़ को राष्ट्रपति ने इस वर्ष के अति विशिष्ट सेवा मेडल के लिए चुना है। उत्तराखंड में केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी ऑल वेदर परियोजना में बेहतर कार्य के लिए उन्हें यह मेडल दिया जा रहा है। मेडल मिलने पर राठौड़ ने परियोजना से जुड़े सहकर्मियों और सरकार का आभार जताया है।

बीते दो साल से बीआरओ की शिवालिंक रेंज के चीफ इंजीनियर के पद पर कार्यरत कर्नल आशु सिंह राठौड़ को 71वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत के राष्ट्रपति की ओर से अति विशिष्ट सेवा मेडल प्रदान किये जाने की घोषणा हुई है। अब तक कार्यकाल में सामरिक दृष्टि के आठ राजमार्ग, सात पुल को पूरा करने में बीआरओ ने उनके नेतृत्व में सफलता हासिल की है। इसके अलावा वर्षों से लंबित परियोजनाओं पर त्वरित निर्णय कर उन्होंने कई अहम कार्य भी शुरू कराए हैं। इस वर्ष शिवालिक परियोजना उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में करीब आठ सौ करोड़ रूपए की धनराशि विभिन्न निर्माण कार्यों पर उनकी देखरेख में खर्च हुए हैं। यही नहीं गत दो सालों में बीआरओ की कार्यशैली में भी खासा परिवर्तन आया है। जिसके लिए राठौड़ की भूमिका सबसे अहम मानी जा रही है। बता दें कि इससे पहले राठौड को वीएसएम, थल सेनाध्यक्ष प्रशस्ति पत्र, दो बार भारत सरकार के प्रशस्ति पत्र, महानिदेशक सीमा सड़क प्रशस्ति पत्र से नवाज जा चुका है। उन्होंने दूरभाष पर अति विशिष्ट सेवा मेडल के लिए चुने जाने पर उन्होंने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि बीआरओ का लक्ष्य है कि ऑल वेदर परियोजना को समय पर पूरा किया जाए ताकि चारधाम यात्रियों, स्थानीय जनता को लाभ मिले। साथ ही सामरिक दृष्टि से भी परियोजना जल्द तैयार हो और बार्डर एरिया में भारत की कनेक्टिविटी बढे़। उन्होंने मेडल की घोषणा पर सभी का आभार जताया है।

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संवाद365/बलवंत रावत 

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