चाइल्ड पोर्नोग्राफी को लेकर सीबीआई ने देशभर में छापेमारी की, जिसमें देहरादून में भी कई लोगों से पूछताछ की गई है। सूत्रों के मुताबिक तीन से चार जगहों पर दस से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई है। वहीं, उनके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी खंगाले गए हैं। इंटरपोल से मिले इनपुट के आधार पर सीबीआई ने ऑपरेशन मेघ चक्र के तहत 20 राज्यों में 56 जगहों पर यह कार्रवाई की।
देहरादून में जिन लोगों से पूछताछ की गई, उन पर शक है कि उन्होंने चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ी सामग्री विभिन्न साइट्स पर साझा की है। पूछताछ के कई लोगों को चिह्नित भी किया गया है, जिनसे भी सीबीआई जल्द पूछताछ कर सकती है। वहीं, इनकी गिरफ्तारी भी की जा सकती है। कई संदिग्धों के मोबाइल, लैपटॉप समेत इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से कुछ अहम साक्ष्य सीबीआई की टीम को मिले हैं, जो सीबीआई अपने साथ ले गई है।
पुलिस के मुताबिक दून में चाइल्ड पोर्नोग्राफी का पहला मुकदमा 2020 में दर्ज किया गया था। नेशनल क्राइम फॉर मिसिंग एंड एक्स्प्लॉइटेड चिल्ड्रन एजेंसी (एनसीएमईसी) ने इस मामले में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) नई दिल्ली को रिपोर्ट भेजी थी। बच्चों का आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड-साझा करने के आरोप में अल्मोड़ा के एक युवक पर आईटी ऐक्ट की धारा 67बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
इंटरनेट पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी सर्च करना या इससे संबंधित कोई भी वीडियो शेयर करना अपराध है। ऐसे मामलों में आइटी ऐक्ट की धारा 67बी के तहत मुकदमा दर्ज किया जाता है। इसमें 5 साल की सजा हो सकती है। अधिकारियों के मुताबिक नेशनल क्राइम फॉर मिसिंग एंड एक्सप्लोइटेड चिल्ड्रन इस पर नजर रखती है।
संवाद 365, दिविज बहुगुणा
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