खबर चमोली जिले की है जहां वेतन न मिलने से परेशान अतिथि शिक्षकों ने माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय गोपेश्वर पर शुरू कर दिया। बता दें अतिथि शिक्षकों ने 24 अगस्त को सांकेतिक धरना मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में दिया था । उच्च अधिकारियों के द्वारा 31 अगस्त तक वेतन मिलने की बात कही गई थी लेकिन 31 अगस्त को भी वेतन मिलने के आदेश संख्या तो नहीं हुए, जिसे अतिथि शिक्षकों ने अपने आप को ठगा महसूस करते हुए आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। कहीं अध्यापिका ने अपने छोटे बच्चों को लेकर वे धरने पर बैठ गए उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी केवल उन्हें आश्वासन ही दे रहे हैं कोई भी सकारात्मक कार्यवाही विभाग के द्वारा नहीं की जा रही है.
बता दें पोखरी ,देवाल, थराली नारायणबगड़, जोशीमठ ,घाट के अतिथि शिक्षकों को 2020 से ग्रीष्मकालीन ओर शीतकालीन अवकाश का वेतन अभी तक नहीं मिला है। जबकि,दशोली करणप्रयाग और गैरसैण ब्लॉकों में उपरोक्त वेतन अतिथि शिक्षकों को मिल चुका है। एक ही जिले में अलग-अलग कानून को लेकर अतिथि शिक्षकों को में खासा आक्रोश है। कई बार मुख्य शिक्षा अधिकारी को इस बाबत ज्ञापन भी दे दिया गया है लेकिन कोई भी सकारात्मक पहल विभाग के द्वारा नहीं की जा रही है । अतिथि शिक्षक दुर्गम स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उपरोक्त समय अवधि का वेतन न मिलने की वजह से अतिथि शिक्षकों में आर्थिक संकट भी पैदा हो गया है। मजबूरन उन्हें आज धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है.
शिक्षा विभाग की बेरुखी से आक्रोशित अतिथि शिक्षकों का कहना है कि एक ही जिले में अलग-अलग नियम कानून होने से उन्हें खासा आक्रोश है जबकि राज्य के अन्य सभी जिलों में उपरोक्त माह का वेतन आहरण किया जा चुका है वही जिले में अधिकारियों की मनमानी के चलते उन्हें उपरोक्त माह का वेतन नहीं मिल पा रहा है ।
(संवाद 365, संदीप बर्त्वाल)
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