डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा को मिलेगा ‘शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’ कुमाउनी कविता पुरस्कार’ 2021

December 19, 2021 | samvaad365

अल्मोड़ा: कुमाउनी साहित्य में इस वर्ष का ‘शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’ कुमाउनी कविता पुरस्कार’ कुमाउनी कवि डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा को दिया जाएगा। कविता पुुुरस्कार हेतु चयनित समिति के सदस्यों द्वारा विचार-विमर्श के बाद डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा (चंपावत) का नाम घोषित किया गया। डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा को यह पुरस्कार ‘कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति’ कसारदेवी, अल्मोड़ा व ‘पहरू’ कुमाउनी मासिक पत्रिका द्वारा आगामी 25, 26, 27 दिसम्बर 2021 को बागेश्वर में आयोजित होने वाले तीन दिनी 13 वां ‘राष्ट्रीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन’ में दिया जाएगा। पुरस्कार के रूप में उन्हें पांच हजार एक सौ रू. की नकद धनराशि, अंगवस्त्र व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा। यह जानकारी समिति सचिव व ‘पहरू’. संपादक डॉ. हयात सिंह रावत ने दी।

डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा कुमाउनी भाषा के सक्रिय लेखक हैं। 02 जून 1954 को चंपावत जिले के खर्ककार्की गाँव में जन्मे डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा कुमाउनी में गद्य व पद्य में लेखन करते हैं। सेवी निवृत्त संस्कृत शिक्षक डॉ. शक्टा की कुमाउनी में ‘राष्ट्र सिपै पहरू’ नाटक की किताब और कुमाऊं के प्रसिद्ध न्यायकारी देवता गोलज्यू पर ‘न्यायमूर्ति गोरल’ (2016 ई. ) नामक कुमाउनी महाकाव्य प्रकाशित हुई हैं।

संवाद365,डेस्क

 

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