सुगंधित और बेहद आकर्षक फूल लीलियम फूल पर पड़ी कोरोना की मार, बाजार से गायब ,किसानों ने नहीं की पैदावार

June 7, 2021 | samvaad365

कोरोना संक्रमण का असर अब बागवानी पर साफ नजर आने लगा है। हालांकि बागवानी करने वाले किसानों ने पिछले साल और इस साल जमकर सब्जियों का उत्पादन किया लेकिन लीलियम फूल को लेकर इस साल भी किसानों के चेहरे मायूस हैं। दरसल हिमालयी क्षेत्रों में उगने वाला फूल  लीलियम को एक महीने तक पानी में रखकर आप अपने घर की शोभा बढ़ा सकते हैं। लंबे समय तक खिले रहने की क्षमता के कारण बाजार में लीलियम की काफी डिमांड है। पिछले पांच सालों में कम मेहनत पर अधिक मुनाफा देने वाले लीलियम फूल को लेकर बागेश्वर जिले के बागवानों में जागरूकता बढ़ी है। जिले के हिमालयी क्षेत्र शामा, लीती, पोथिंग सहित पिंडर घाटी के तलहटी में इसकी जमकर खेती होती है। आज करीब 20 से 25 किसान लीलियम फूल की खेती से जुड़े हुये हैं।

 

कोविड संक्रमण काल से पहले किसान इस फूल की खेती से एक से दो लाख तक की आमदनी करते थे मगर कोविड काल में बाजार ना मिलने के कारण इस साल किसानों ने लीलियम की पैदावार नहीं की। किसानों का साफ तौर पर कहना है कि पिछले साल उन्हें बहुत घाटा हुआ जिसे देखते हुये इस बार लीलियम की खेती नही की गयी। आपको बता दें कि लीलियम की खेती को लेकर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल केके पाॅल ने उद्यान विभाग को कार्ययोजना बनाकर किसानों को इसकी खेती से लाभान्वित करने की पहल की थी। जो काफी हद तक किसानों की आर्थिकी को मजबूत करने में भी सहायक हुई। बहरहाल कोरोना का असर हर जगह पड़ा है। खासकर गांवों में जो किसान अपनी आर्थिकी सुधारने के लिये व्यवसायिक खेती पर ध्यान दे रहे थे उन्हें सबसे अधिक नुकसान हुआ है। राज्य सरकार को ऐसे किसानों की मदद के लिये आगे आना होगा ताकि उनका उत्साह और हौंसला बना रहे।

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