भाँगला दोगी के गौरजा देवी मंदिर में मूर्ति स्थापना और कलश यात्रा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

November 6, 2021 | samvaad365

हरिद्वार गंगा स्नान के बाद मां गौरजा देवी की डोली 1 दर्जन से अधिक वाहनों के काफिले के साथ 85 किलोमीटर की यात्रा तय कर गाजे-बाजे के साथ भांगला गाँव पहुंची, जहाँ वैदिक मंत्रोचार और मां के जयकारों के नारों से मां की डोली का स्वागत किया गया,इस दौरान गगनभेदी जयकारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा; गाजे-बाजे के साथ क्षेत्र में लगभग 4 किलोमीटर की भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई.

ढोल-दमाऊ की थाप,मशकबीन की सुरीली धुन व पटाखों के बीच सैकड़ों की तादाद में निकली इस कलश शोभा यात्रा में शामिल महिला- पुरुषों सहित छोटी-बड़ी उम्र के श्रद्धालुओं की अपार भीड़ की छटा देखते ही बनती थी.

अपनी कुलदेवी गौरजा के प्रति लोगों में आस्था का जुनून श्रद्धालुओं के सर चढ़कर बोल रहा था, मान्यता है कि मां के दर पर सच्चे मन से मन्नतें मांगने वालों की मुरादें पूरी होती हैं, भव्य कलश शोभायात्रा के साथ माँ गौरजा की डोली मंदिर परिसर में पहुंची.

इस दौरान देवी-देवता अपने पश्वों पर अवतरित हो नाचने लगे, इनमें महिलाएं अधिक थीं, मां के प्रति श्रद्धालुओं का अटूट विश्वास,भाव और उत्साह गजब का था।

इस बीच वैदिक मंत्रोचार और विधि-विधान के साथ पुरोहितों द्वारा मां की मूर्ति को प्राण प्रतिष्ठा के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ गर्भ गृह में स्थापित किया गया. मंदिर समिति द्वारा विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया, जिसे श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में वितरित किया गया.

इस मौके पर न्यायाधीश दिनेश प्रसाद गैरोला, मंदिर समिति के अध्यक्ष पीतांबर दत्त गैरोला, उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गैरोला, उक्रांद के केंद्रीय सचिव सरदार सिंह पुंडीर आदि उपस्थित थे.

(संवाद 365/वाचस्पति रयाल)

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