भारत के शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल “निशंक” ने एम्स में कोरोना से जंग लड़ते हुए लिखी सुंदर कविता आप भी पढ़ें…….

June 28, 2021 | samvaad365

भारत के शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल “निशंक” ने लिखी सुंदर कविता जिसमें साफ झलकता है की उन्होनें कोरोना महामारी को ये साफ कह दिया है कि मैं तुमसे नहीं डरता और मैं तुझसे लड़कर खुद की जीत निश्चित कर रहा हूँ।

“कोरोना”
“हार कहाँ मानी है मैंने?
रार कहाँ ठानी है मैंने?
मैं तो अपने पथ-संघर्षों का
पालन करता आया हूँ।

क्यों आए तुम कोरोना मुझ तक?
तुमको बैरंग ही जाना है।
पूछ सको तो पूछो मुझको,
मैंने मन में ठाना है।

तुम्हीं न जाने,
आए कैसे मुझमें ऐसे?
पर,मैं तुम पर भी छाया हूँ,
मैं तिल-तिल जल
मिटा तिमिर को
आशाओं को बोऊँगा;
नहीं आज तक सोया हूँ
अब कहाँ मैं सोऊँगा?

देखो, इस घनघोर तिमिर में
मैं जीवन-दीप जलाया हूँ।
तुम्हीं न जाने आए कैसे,
पर देखो, मैं तुम पर भी छाया हूँ।”
दिल्ली, एम्स कक्ष-704,
प्रातः 7:00 बजे
6 मई, 2021

निस्संदेह, यह कविता नहीं है,बल्कि पूरी मानवता को अक्षर-साधक कवि- हृदय का जीवन-संदेश है।

संवाद365,डेस्क

यह भी पढ़ें-बड़ी खबर: 6 जुलाई तक बढ़ा कोविड कर्फ्यू ,पर्यटक स्थल ,बाजार ,कोचिंग सेंटर और जिम कुछ नियमों के साथ खोलने पर मिली छूट

63146

You may also like