चमोली: थराली-डूंगरी-घाट मोटर मार्ग हादसों को दावत दे रहा है. पीएमजेएसवाई विभाग की लापरवाही ग्रामीणों पर भारी पड़ सकती है. ऐसा ही नजारा यहां सड़क चौड़ीकरण के दौरान विस्फोटक पदार्थों का प्रयोग कर के किया जा रहा है. जिसके चलते खड़ी चट्टानों पर दरारें पड़ चुकी हैं. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन विभाग इस और ध्यान नहीं दे रहा हैं. प्रशासन ने भी इस तरफ ध्यान नहीं दिया है.
थराली विकासखंड के सोल घाटी के सोलह गांवो की लाइफलाइन कही जाने वाली सड़क थराली डूंगरी घाट मोटरमार्ग प्राणमती पुल के समीप मलबा आने और मलबे में जेसीबी मशीन के दबने के चलते पिछले 24 घंटे से बंद पड़ी है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक कल दोपहर बाद ही थराली डूंगरी मोटरमार्ग पर प्राणमती पुल से करीब 100 मीटर पहले सड़क चौड़ीकरण कार्य के तहत सड़क कटिंग का कार्य किया जा रहा था कटिंग कार्य के दौरान ही अचानक पहाड़ी से मलबा गिरने के चलते निर्माण कार्य मे लगी जेसीबी मशीन मलबे की चपेट में आ गयी जिसके चलते सड़क मार्ग पूरी तरह बंद हो गया.
इस मोटरमार्ग के बंद होने के चलते सोल घाटी के दर्जनों गांवों की आवाजाही पिछले 24 घंटे से पूरी तरह ठप पड़ी हुई है और लोग जान जोखिम में डालकर पहाड़ी से पैदल ही आवाजाही कर अपने गंतव्यों तक पहुँच रहे हैं. सड़क मार्ग बंद होने के 24 घण्टे बाद तक भी ना तो सड़क चौड़ीकरण का कार्य कर रहे ठेकेदार द्वारा सड़क को आवाजाही के लिए सुचारू किया जा सका और ना ही जिम्मेदार विभाग का कोई सक्षम अधिकारी मौके पर मौजूद नजर आया. वहीं उपजिलाधिकारी थराली ने भी टेलीफोनिक जानकारी में बताया कि घटना की जानकारी उन तक नही पहुंची है उक्त मोटरमार्ग को अतिशीघ्र खुलवाने के लिए pmgsy विभाग को निर्देशित किया जा रहा है.
(संवाद 365/गिरीश चंदोला)
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