एम्स ऋषिकेश द्वारा हरिद्वार में जन-जागरूकता एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन

February 1, 2019 | samvaad365

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत के मार्गदर्शन में आयुष विभाग की होम्योपैथी यूनिट की ओर से हरिद्वार के लक्सर स्थित श्रीसीमेंट फैक्ट्री में होम्योपैथिक जन-जागरूकता एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 200 से अधिक मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।

इस दौरान उन्हें होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को लेकर जागरूक भी किया गया। इस अवसर पर अपने संदेश में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि भारत को प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों की अतुलनीय विरासत प्राप्त है। जिसमें होम्योपैथी, यूनानी, आयुर्वेद, योग और सिद्धा आदि प्राचीन चिकित्सा पद्धतियां शामिल हैं। एम्स निदेशक प्रो.रवि कांत ने आयुर्वेद के क्षेत्र में अनुसंधान की  जरुरत बताई, जिससे इस चिकित्सकीय विधा का विकास हो और लोगों को इस पद्धति का संपूर्ण लाभ मिल सके। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो.रवि कांत  ने कहा कि संस्थान इन तमाम प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों को आगे बढ़ाने और इनमें अनुसंधान के लिए कार्य करेगा। उन्होंने बताया कि एम्स के समक्ष इसके लिए एक अच्छा अवसर है कि सरकार ने संस्थान में आयुष विंग स्थापित की है।

शिविर में डॉ. वैशाली गोयल ने करीब 210 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। उन्होंने बताया कि शिविर में बुखार, स्त्री रोग,अस्थमा, त्वचा रोग, गठिया, पेट संबंधी विकार आदि से ग्रस्त रोगियों का  उपचार किया गया व दवाइयां वितरित की गई।

आयुष विभाग की प्रमुख प्रोफेसर वर्तिका सक्सेना ने बताया कि आयुष को बढ़ावा देने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में नियमिततौर पर जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है,उन्होंने बताया कि यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा । शिविर में हेमा, नितेंद्र, पूजा, लक्ष्मी, क्रेजो,मिलोफर आदि ने सहयोग किया।

यह खबर भी पढ़ें-10 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारियों का सामूहिक अवकाश, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

यह खबर भी पढ़ें-कुष्ठ रोग को जड़ से मिटाने के लिए हंस फाउंडेशन ने बनाया राहत कोष

ऋषिकेश/हेमवती नन्दन भट्ट (हेमू)

31452

You may also like