उत्तराखंड में पिछले तीन दिन से हो रही बारिश आपदा का रूप ले रही है। देहरादून समेत करीब 7 जिले जलमग्न हैं। ग्रामीण इलाकों के घरों में मलबा और पानी घुस गया है। नदियों से लगे 150 से ज्यादा गांव प्रभावित हैं। कई राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हैं। कई जिलों से संपर्क टूट गया है। हजारों लोग जगह-जगह फंसे हैं. बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। नदियों का ऐसा रौद्र रूप देखकर लोग दहशत में हैं, गंगा खतरे के निशान के पास बह रही है।
नरेंद्रनगर में पिछले 4 दिनों से हो रही भारी मूसलाधार बारिश के कारण गूलर-पाव की देवी-बागी-बांसकाटल-भाँगला- मठियाली-गजा मोटर मार्ग जगह-जगह मलबा आने से 2 दिन से बंद हैं. नरेंद्रनगर विधानसभा के अंतर्गत पट्टी दोगी क्षेत्र में पिछले चार-पांच दिनों से बारिश का कहर निरंतर जारी है, लोगों की खेत-खलियान, पैदल मार्ग, पेयजल पाइप लाइन ठप हो गई है।
वहीं घनसाली में भी भारिश बारिश के चलते बालगंगा क्षेत्र के एक गांव में एक मकान के ढहने से राकेश सिंह चौहान और उत्तम सिंह चौहान की करीब 15 बकरियां मर गईं और कई घायल हो गईं. घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों द्वारा ही मलबे से बकरियों को निकाला जा राह है। वहीं हल्द्वानी- नैनीताल हाईवे डॉन बॉस्को स्कूल के पास सड़क का आधा हिस्सा गिर गया है, जिससे यहां यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया।
संवाद365,डेस्क
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