टिहरी: राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिलाओं को दिया गया प्रशिक्षण

November 27, 2020 | samvaad365

टिहरी: एनीमिया मुक्त भारत महाअभियान के तहत रानीचैरी महाविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र में एक दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें किशोरियों को एनीमिया की श्रेणी से बाहर निकालने का संकल्प लिया गया। इस दौरान स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़ी महिलाओं को आरयूटीएफ (रेडी टू यूज थेरपेयूटिक) अभियान के तहत आयरन से भरपूर लड्डू और आंवले की कैंड़ी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। एसएचजी से जुड़ी महिलाएं आंगनबाड़ी केंद्रों में यह लड्डू और कैंडी ऐनेमिक बच्चिायों को उपलब्ध कराएंगी

कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में इंजीनियर कीर्ति कुमारी ने बताया कि जिले में 258 बच्चियां एनीमिया से पीड़ित हैं। उन्हें एनीमिया से बाहर लाने के लिए प्रयास किए जाएंगे. बाल विकास विभाग की ओर से जिले को 25 लाख रूपये इन कार्यों के लिए आवंटित किए हैं। सीडीओ अभिषेक रुहेला के निर्देश पर लड्डू और कैंडी को एनआरएलएम और आजीविका के स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से निर्मित कर बच्चियों को देंगे। बताया कि आरयूटीएफ लड्डू को सोयाबीन, तिल, धान से बनाया गया है। जिसमें भरपूर मात्रा में आयरन, विटामिन, फोलिक एसिड पाया जाता है। पहले चरण में मंडुआ, झंगरे के लड्डू दिए गए थे जिसमें आयरन की मात्रा 6.2 एमजी, जबकि आरयूटीएफ में आयरन की मात्रा में दोगुनी होकर 12.8 एमजी प्रति 100 ग्राम है। यह किशोरियों के हिमोग्लोबिन को बढ़ाता है। यह लड्डू तीन माह मे एनिमिक बच्चियों को दिए जाएंगे। प्रशिक्षण में सात ब्लाॅक की 18 महिलाओं ने शिरकत की.

(संवाद 365/बलवंत सिंह)

यह भी पढ़ें-थराली: आपसी रंजिश में 3 नेपाली युवकों ने नेपाली मूल के ही साथी युवक की ली जान

56210

You may also like