थराली के नगरकोटियाणा, मींग और भिड़तोली में रीवर ड्रेजिंग के नाम पर आवंटित पट्टो से निकले उपखनिज का खूब व्यावसायिक उपयोग हो रहा है. बताया जा रहा है कि उपखनिज को नजदीकी स्टोन क्रशर में ले जा कर महंगे दाम पर बेचा जा रहा है. दरअसल जिला प्रशासन ने आपदा के दृष्टिगत नारायणबगड़ क्षेत्र में तीन स्थानों पर रीवर ड्रेजिंग के पट्टे आवंटित किए थे. ड्रेजिंग की प्रकिया में नदी में जमा आरबीएम या सिल्ट को नदी के किनारे लगाया जा सकता है और इसके व्यावसायिक उपयोग के लिए पर्यावरणीय अनुमति आवश्यक है. हालांकि इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में चुनौती दी गई जिसके कारण इसमे संशय है ये भी बताया जा रहा है कि उपखनिज का भंडारण भी किया जा रहा है. एसडीएम का कहना है कि वो भंडारण का निरीक्षण करवाएंगे.
संवाद 365, गिरीश चंदोला
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