चमोली: चमोली जिले की खूबसूरत और ऐतिहासिक निजमुला घाटी के ब्रिटिश कालीन पर्यटन स्थल दुर्मिताल के पुनर्निर्माण के लिए निजमुला घाटी के लोग अब जन जागरण में जुट चुके हैं। आपको बता दें ये जगह ब्रिटिश काल से ही पर्यटन का मुख्य केंद्र रही है। ब्रिटिश काल में अंग्रेज अधिकारी गर्मियों की छुट्टियां बिताने अपने परिजनों संग यहां पहुँचते थे. वर्ष 1971 की बाढ़ में दुर्मिताल पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गया था. उस दौरान इस ताल में बोट भी दब गई थी। अब जब लोग इसके पुननिर्माण में जुटे है तो पहले ही दिन खुदाई के दौरान लोगों को यहां से एक बोट मिली। 3 घंटे की मेहनत से इस दबी किस्ती को निकाला गया जो कि कुछ टूटी अवस्था मे मिली, गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि तालाब लगभग 5 किलोमीटर लंबा था। जिसमें कई बोट चलती थी लेकिन 1971 में सभी बोट बाढ़ के चलते दब गई।
दुर्मिताल के पुनर्निर्माण का संकल्प यहां के लोगों के द्वारा लिया गया है, और इसी क्रम में मिली ये बोट लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र भी है। लोग इस बोट को देखने के लिए बड़ी संख्या में यहां पर आये। अब ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि क्षेत्र को फिर से पुनर्निर्मित करवाया जाए ताकि फिर से यहां पर पर्यटन लौट सके।
https://youtu.be/QA-NeP2STrg
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संवाद365/पुष्कर नेगी