सितारगंज में गेंहू का टोटा, गोदाम में सरकारी बोरों के साथ गेहूं बरामद

October 14, 2022 | samvaad365

सितारगंज बाजार में गेहूं की किल्लत के बीच किच्छा रोड के गोदाम से सस्ता गल्ला विक्रेता को आवंटित बोरो के साथ 150 क्विंटल गेहूं मिला है। जबकि काफी समय से सस्ता गल्ला की दुकानों पर उपभोक्ताओं को गेहूं का दाना भी नहीं बांटा जा रहा है। जिसके बाद से गेहूं बरामदगी का मामला बाजार से जोड़ने का प्रयास तेज हो गया है। लेकिन गोदाम में मिले सरकारी बोरे गरीबों के हिस्से के गेहूं की गवाही दे रहे है.

पूर्ति विभाग ने किच्छा रोड के एक गोदाम से 300 बोरे गेहूं बरामद किया है। इन बोरों में सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं को आवंटित बोरे भी मिले हैं। जबकि सस्ता गल्ला विक्रेताओ की दुकानों पर गेहूं की जगह काफी समय से चावल ही वितरित किया जा रहा है। इन हालातों में सरकारी बोरे और गेहूं का संदिग्ध गोदाम मिलने के बाद जिम्मेदार की गर्दन फंसती जा रही है.

पूर्ति विभाग मामले की लीपापोती में लगा हुआ है। जबकि हालात यह हैं कि बाजार में गेहूं का टोटा है। परचून की दुकानों पर भी ग्राहकों को गेहूं का आटा मिलने में दिक्कतें हो रही हैं। ग्राहक पैकिंग का आटा खरीदने को विवश है। इससे पहले भी पीलीभीत रोड पर एक गोदाम से गेहूं का ढेर और सरकारी बोरे बरामद हो चुके हैं। लेकिन विभाग ने लीपापोती कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। अब किच्छा रोड पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के बोरों के साथ गेहूं फिर बरामद हुआ है। जबकि क्षेत्र के उपभोक्ताओं का आरोप है कि लंबे समय से सस्ता गल्ला विक्रेता उन्हें गेहूं नहीं दे रहे हैं। गेहूं का टोटा बताकर उन्हें चावल वितरण किया जा रहा है। अगर सस्ता गल्ला की दुकानों पर सरकारी गेहूं आवंटित नहीं किया जा रहा है तो गोदाम तक सरकारी बोरे किस तरह पहुंच गए। इस इस सवाल का जवाब अधिकारियों के पास नहीं है। पूर्ति निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह धामी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.

(संवाद 365, डेस्क)

यह भी पढ़ें-   बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री केदार सिंह फोनिया का निधन

82083

You may also like