नरेंद्रनगर: कोरोना काल में आगराखाल की चहल पहल गायब सी हो गई है। ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऋषिकेश से 28 किलोमीटर की दूरी पर आगराखाल पड़ता है। समुद्र तल से 6 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित आगरखाल बड़ा ही रमणीक स्थान है, जो ऊंचाई पर होने के साथ चारों ओर से खुला है, और प्रतिवर्ष ग्रीष्म काल में आगराखाल का बाजार बेहद भीड़-भाड़ और यात्रियों से भरा रहता है। लेकिन कोरोना काल के संकट में आज कोई पर्यटक यहां ढूंढ कर भी नहीं मिल रहा है।
वाहनों और यात्रियों की आवाजाही ठप होने सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन ही चलते नजर आते हैं, मगर आगरखाल में कोई रुकने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे लॉकडाउन में ढील के बावजूद दुकानदारों का धंधा यहां ठप है. ग्राहकों की ढूंढ में दुकानदारों की आंखें पथरा सी गई हैं।
कोरोना के चलते असर इस कदर हुआ है कि दुकानों बनाया गया खाना शाम को बंदरों को खिलाना पड़ता है। कुछ दुकानदारों की दुकानें किराए की हैं उनका कहना है कि वे दुकान का किराया कहां से दें। अब ऐसे में यहां के व्यापारियों का कहना है सरकार को उनके लिए भी कुछ सोचना चाहिए।
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संवाद365/वाचस्पति रयाल